गौ सेवा रथ में गौग्रास: भीलवाड़ा में बदलते भारत की नई छवि देख अभिभूत हुए पुष्पेन्द्र कुलश्रेष्ठ


के कुमार आहूजा कान्ता आहूजा  2025-06-01 16:56:24



 

विचार और कर्म, जब राष्ट्र और धर्म के प्रति समर्पण से ओत-प्रोत होते हैं, तो वे समाज को एक नई दिशा प्रदान करते हैं। भीलवाड़ा में प्रखर राष्ट्रवादी विचारक और ओजस्वी वक्ता पुष्पेन्द्र कुलश्रेष्ठ का प्रवास इसी बात का प्रमाण बना। उन्होंने न केवल गौ सेवा रथ में गौग्रास कर अपनी प्रतिबद्धता दिखाई, बल्कि युवाओं को संबोधित करते हुए ऐसे प्रेरणादायक संदेश दिए, जो आज के समय में धर्म, संस्कृति और निडरता के महत्व को रेखांकित करते हैं। उनका यह आगमन भीलवाड़ा के युवाओं में राष्ट्रवाद और सेवाभाव की अलख जगाने वाला रहा।

भीलवाड़ा में पुष्पेन्द्र कुलश्रेष्ठ ने किया गौग्रास

भीलवाड़ा प्रवास के दौरान प्रखर राष्ट्रवादी विचारक और ओजस्वी वक्ता पुष्पेन्द्र कुलश्रेष्ठ ने गौ सेवा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दर्शाते हुए गौ सेवा रथ में गौग्रास किया। यह दृश्य स्वयं में एक संदेश था, जो भारतीय संस्कृति में गौ माता के महत्व और उनकी सेवा के पुनीत कार्य को दर्शाता है। संगठन के मीडिया प्रभारी पंकज आडवाणी ने बताया कि कुलश्रेष्ठ जी का यह कदम गौ सेवा के प्रति जागरूकता बढ़ाने में सहायक होगा।

युवाओं को 'धर्म, संस्कृति और सत्यनिष्ठा' का संदेश

इस अवसर पर पुष्पेन्द्र कुलश्रेष्ठ ने उपस्थित युवाओं को संबोधित करते हुए महत्वपूर्ण विचार साझा किए। उन्होंने कहा कि "जो अपने धर्म, संस्कृति और अस्तित्व पर विश्वास नहीं रखता, उसका कभी मंगल नहीं हो सकता।" यह कथन युवाओं को अपनी जड़ों से जुड़े रहने और अपनी पहचान पर गर्व करने के लिए प्रेरित करता है। कुलश्रेष्ठ ने आगे कहा कि राष्ट्र हित और सेवा कार्य में बिना डरे, बेझिझक सत्य बोलना चाहिए, भले ही आपके निकट परिजन भी कुछ गलत करें, तो उसे कहने की सामर्थ्य और क्षमता युवाओं को दिखानी चाहिए। यह संदेश युवाओं को सत्यनिष्ठा और नैतिक साहस के साथ जीवन जीने की प्रेरणा देता है।

संगठन के कार्यों की सराहना और 'बदलते भारत' की नई छवि

संरक्षक बिलेश्वर डाड ने बताया कि इस दौरान पुष्पेन्द्र कुलश्रेष्ठ ने संगठन द्वारा किए जा रहे गौ सेवा कार्यों की भी जमकर प्रशंसा की। उन्होंने नवाचार के साथ की जा रही गौसेवा को अतुलनीय बताया। कुलश्रेष्ठ ने टिप्पणी की कि "युवाओं की इस बदलते भारत में आधुनिकता में चकाचौंध के अलावा एक ऐसी छवि भी भीलवाड़ा क्षेत्र में देखना एक सुखद अहसास है।" यह बयान दर्शाता है कि वे भीलवाड़ा के युवाओं में राष्ट्रवाद और सेवाभाव के प्रति समर्पण को देखकर अभिभूत हुए।

प्रमुख गणमान्यजनों की उपस्थिति

इस अवसर पर कई महत्वपूर्ण गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे, जिन्होंने पुष्पेन्द्र कुलश्रेष्ठ के विचारों को सुना और गौ सेवा के इस कार्य में अपनी सहभागिता निभाई। उपस्थित लोगों में स्वयंसेवक संघ के चांदमल सोमानी, सेवा भारती के सुनील सोमानी, सुशील गोयल, पुनीत सोमानी, सुनील शर्मा, शुभम सोनी, शुभांशु जैन, अक्षत पाराशर, विवेक और विशाल आदि शामिल थे। इन सभी की उपस्थिति ने कार्यक्रम को और अधिक प्रभावशाली बनाया और समाज के विभिन्न वर्गों से समर्थन दर्शाया।

भीलवाड़ा में राष्ट्रवादी विचारक पुष्पेन्द्र कुलश्रेष्ठ का प्रवास और उनका गौ सेवा तथा युवाओं को दिया गया संदेश, समाज में धर्म, संस्कृति और नैतिक मूल्यों के महत्व को पुनः स्थापित करता है। उनका आह्वान कि युवा निडरता से सत्य बोलें और अपने अस्तित्व पर विश्वास रखें, आज के दौर में अत्यधिक प्रासंगिक है। गौ सेवा के प्रति उनकी प्रतिबद्धता और भीलवाड़ा के युवाओं में सेवाभाव की छवि देखकर उनका अभिभूत होना, यह दर्शाता है कि राष्ट्र निर्माण में युवाओं की सक्रिय भागीदारी कितनी आवश्यक है। यह आयोजन निश्चित रूप से भीलवाड़ा के सामाजिक और सांस्कृतिक चेतना को और अधिक जागृत करेगा।


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