क्या यह चुनावी ड्रामा है? लालू के बेटे के निष्कासन पर ऐश्वर्या राय का सनसनीखेज खुलासा


के कुमार आहूजा कान्ता आहूजा  2025-05-30 17:30:35



 

बिहार की राजनीति में हमेशा से ही नाटकीय मोड़ आते रहे हैं, लेकिन इस बार का घटनाक्रम सिर्फ राजनीतिक गलियारों तक सीमित नहीं है, बल्कि एक परिवार के भीतर के गहरे विवादों को भी उजागर कर रहा है। राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) प्रमुख लालू प्रसाद यादव द्वारा अपने बड़े बेटे तेज प्रताप यादव को पार्टी से छह साल के लिए निष्कासित करने और परिवार से भी अलग करने की घोषणा ने सबको चौंका दिया है। इस फैसले के बाद, तेज प्रताप की पूर्व पत्नी ऐश्वर्या राय ने अपनी चुप्पी तोड़ते हुए ऐसे आरोप लगाए हैं, जिन्होंने इस पूरे प्रकरण को और भी उलझा दिया है। क्या यह सिर्फ एक पारिवारिक कलह है, या इसके पीछे कोई गहरी राजनीतिक रणनीति छिपी है?

विस्तृत रिपोर्ट:

पटना की राजनीतिक गलियों में एक बार फिर लालू परिवार चर्चा का केंद्र बना हुआ है। आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने अपने बड़े बेटे तेज प्रताप यादव को पार्टी से छह साल के लिए निष्कासित कर दिया है, साथ ही उन्हें परिवार से भी अलग करने की घोषणा की है। लालू यादव ने 'एक्स' पर जारी एक बयान में कहा कि तेज प्रताप की "गतिविधियां, सार्वजनिक आचरण और गैर-जिम्मेदाराना व्यवहार" उनके पारिवारिक मूल्यों और सांस्कृतिक लोकाचार के अनुरूप नहीं हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि अब से पार्टी और परिवार में तेज प्रताप की कोई भूमिका नहीं होगी। उन्होंने यह भी कहा कि जो लोग तेज प्रताप से संबंध रखना चाहते हैं, वे अपने विवेक से निर्णय लें।

इस नाटकीय घटनाक्रम के तुरंत बाद, तेज प्रताप की पूर्व पत्नी ऐश्वर्या राय ने पत्रकारों से बात करते हुए इस पूरे मामले पर सवाल उठाए। ऐश्वर्या ने आरोप लगाया कि यह सब "नाटक" है और चुनाव नजदीक होने के कारण ऐसा कदम उठाया गया है। उन्होंने कहा, "मेरी ज़िंदगी क्यों बर्बाद की गई? मुझे क्यों पीटा गया? अब अचानक उनमें सामाजिक जागृति आ गई है। वे सभी एक साथ हैं। वे अलग नहीं हुए हैं। चुनाव नजदीक हैं, इसलिए उन्होंने ऐसा कदम उठाया और यह नाटक रचा।" ऐश्वर्या ने यह भी बताया कि उन्हें अपने तलाक के बारे में मीडिया के माध्यम से जानकारी मिली थी और उन्हें पता नहीं था कि क्या चल रहा था। उन्होंने सीधे आरोप लगाते हुए कहा, "अब जब यह बात सामने आ गई है, तो उनका 12 साल से अफेयर चल रहा है और महिला को दोषी ठहराना सबसे आसान तरीका है। मुझे न्याय कब मिलेगा? मैं अपनी लड़ाई जारी रखूंगी।"

यह घटनाक्रम उस समय सामने आया है जब तेज प्रताप यादव ने कथित तौर पर एक सोशल मीडिया पोस्ट में एक अन्य महिला के साथ अपने 12 साल पुराने रिश्ते का दावा किया था, हालांकि बाद में उन्होंने इसे हैक होने का दावा करते हुए डिलीट कर दिया था। तेज प्रताप और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री दरोगा राय की पोती ऐश्वर्या राय की शादी कुछ ही महीनों में टूट गई थी, जिसके बाद ऐश्वर्या ने यादव परिवार पर उत्पीड़न और घर से निकालने का आरोप लगाया था।

इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए, तेज प्रताप की बहन और आरजेडी सांसद मीसा भारती ने संक्षेप में कहा कि उनके पिता लालू प्रसाद यादव ने अपना रुख स्पष्ट कर दिया है और उन्हें इस पर और कुछ नहीं कहना है। वहीं, तेज प्रताप के छोटे भाई और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने इस घटनाक्रम को दुर्भाग्यपूर्ण बताया, लेकिन साथ ही इसे निजी मामला करार दिया। तेजस्वी ने कहा, "हम ऐसी चीजों को बर्दाश्त नहीं कर सकते, हम बिहार की जनता के लिए काम कर रहे हैं और समर्पित हैं। अगर बात मेरे बड़े भाई की है, तो राजनीतिक जीवन और निजी जीवन अलग-अलग हैं। उन्हें अपने निजी फैसले लेने का अधिकार है। वह वयस्क हैं और फैसले लेने के लिए स्वतंत्र हैं।"

इस पूरे विवाद ने लालू परिवार के भीतर की जटिलताओं को एक बार फिर सामने ला दिया है। यह सवाल उठता है कि क्या यह फैसला केवल अनुशासनहीनता के कारण लिया गया है, या आगामी चुनावों से पहले पार्टी की छवि को बचाने और तेजस्वी यादव की राजनीतिक राह को मजबूत करने की एक सोची-समझी रणनीति का हिस्सा है। ऐश्वर्या राय के आरोपों ने इस मामले को और भी व्यक्तिगत बना दिया है, जिससे यह सिर्फ राजनीतिक गलियारों तक ही नहीं, बल्कि आम जनता के बीच भी गहरी चर्चा का विषय बन गया है।


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