लाल आतंक पर करारा प्रहार: मुठभेड़ में एक टॉप माओवादी कमांडर ढेर, 15 लाख का इनामी घायल


के कुमार आहूजा कान्ता आहूजा  2025-05-30 08:34:45



 

झारखंड का पलामू जिला, जो लंबे समय से माओवादी गतिविधियों का केंद्र रहा है, एक बार फिर सुरक्षाबलों के पराक्रम का गवाह बना है। एक भीषण मुठभेड़ में प्रतिबंधित भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) का एक शीर्ष कमांडर ढेर हो गया है, जबकि 15 लाख रुपये का इनामी एक अन्य माओवादी गंभीर रूप से घायल हुआ है। यह कार्रवाई झारखंड पुलिस और केंद्रीय सुरक्षाबलों के संयुक्त अभियान का परिणाम है, जिसने लाल आतंक के खिलाफ जारी मुहिम को एक निर्णायक मोड़ दिया है। आखिर कैसे अंजाम दिया गया यह चुनौतीपूर्ण ऑपरेशन और क्या हैं इसके आगे के निहितार्थ?

पलामू में सुरक्षाबलों की बड़ी कार्रवाई: माओवादी कमांडर ढेर

झारखंड के पलामू जिले में सुरक्षाबलों को एक बड़ी कामयाबी मिली है। सोमवार शाम से मंगलवार सुबह तक लगभग 12 घंटे चली भीषण मुठभेड़ में प्रतिबंधित भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) का एक प्रमुख कमांडर तुलसी भुइयां मारा गया है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने मंगलवार को इस बात की पुष्टि की। पुलिस अधीक्षक रीष्मा रमेशन ने बताया, "कल (सोमवार) हमें दो माओवादियों के बारे में सूचना मिली थी, जिनमें से एक नीतेश यादव था, जिस पर 15 लाख रुपये का इनाम है। माना जा रहा है कि मुठभेड़ के दौरान वह घायल हो गया है।"

गुप्त सूचना और सटीक ऑपरेशन

एसपी रीष्मा रमेशन के अनुसार, पुलिस को नीतेश यादव और तुलसी भुइयां की मौजूदगी के बारे में विशिष्ट खुफिया जानकारी मिली थी। इस सूचना के आधार पर झारखंड जगुआर और सीआरपीएफ की एक संयुक्त टीम का गठन किया गया और उन्हें मोहम्मदगंज और हैदरनगर थाना क्षेत्रों के सीताचुआं इलाके के पास घने जंगल और पहाड़ी क्षेत्र में भेजा गया। यह इलाका माओवादियों के लिए एक रणनीतिक ठिकाना माना जाता था, जहां से वे अक्सर बिहार में भी घुसपैठ करते थे। सोमवार देर शाम जैसे ही सुरक्षाबल संदिग्ध स्थान पर पहुंचे, माओवादियों ने उन पर भारी गोलीबारी शुरू कर दी। सुरक्षाबलों ने भी तुरंत जवाबी कार्रवाई की, जिससे दोनों ओर से भीषण गोलीबारी हुई।

हथियारों का जखीरा बरामद, जांच जारी

इस मुठभेड़ के बाद चलाए गए सघन तलाशी अभियान में सुरक्षाबलों ने घटनास्थल से कई हथियार बरामद किए हैं, जिनमें एक सेल्फ-लोडिंग राइफल (एसएलआर) भी शामिल है। यह बरामदगी इस बात का प्रमाण है कि माओवादी भारी हथियारों से लैस थे और सुरक्षाबलों ने बड़ी बहादुरी से उनका सामना किया। एसपी रीष्मा रमेशन ने पुष्टि की है कि मुठभेड़ में माओवादी तुलसी भुइयां मारा गया है, जबकि नीतेश यादव के घायल होने की प्रबल संभावना है। उन्होंने आगे बताया कि मामले की विस्तृत जांच चल रही है और अन्य माओवादियों की तलाश के लिए इलाके में तलाशी अभियान जारी है।

नक्सल विरोधी अभियानों में निरंतर सफलता

यह सफलता झारखंड में नक्सल विरोधी अभियानों में सुरक्षाबलों की निरंतर प्रगति को दर्शाती है। हाल के दिनों में कई बड़े माओवादी कमांडरों को या तो मार गिराया गया है या गिरफ्तार किया गया है। यह दिखाता है कि राज्य सरकार और पुलिस बल राज्य को नक्सलवाद के चंगुल से मुक्त कराने के लिए दृढ़ संकल्पित हैं। इन अभियानों से न केवल सुरक्षाबलों का मनोबल बढ़ा है, बल्कि उन क्षेत्रों में भी शांति और विकास की उम्मीद जगी है, जो लंबे समय से हिंसा और भय के साए में जी रहे थे।


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