प्रेरणा के शिखर: पद्म पुरस्कारों से सम्मानित हुईं 68 विभूतियाँ, देश ने किया उनके योगदान को नमन
के कुमार आहूजा कान्ता आहूजा 2025-05-30 08:11:26

हर वर्ष गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर देश के उन असाधारण व्यक्तित्वों के नामों की घोषणा की जाती है, जिन्होंने अपने-अपने क्षेत्रों में अद्भुत योगदान देकर राष्ट्र का गौरव बढ़ाया है। ये पद्म पुरस्कार, भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मानों में से एक हैं, जो कला, समाज सेवा, सार्वजनिक कार्य, विज्ञान, इंजीनियरिंग, व्यापार, उद्योग, चिकित्सा, साहित्य, शिक्षा, खेल और नागरिक सेवा जैसे विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट सेवाओं के लिए प्रदान किए जाते हैं। मंगलवार को राष्ट्रपति भवन में आयोजित दूसरे नागरिक अलंकरण समारोह में, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 68 ऐसी ही विशिष्ट हस्तियों को इन प्रतिष्ठित पुरस्कारों से सम्मानित किया, जिनमें न्यायपालिका, कला और शिक्षा जगत की कई जानी-मानी हस्तियां शामिल थीं। यह समारोह देश के उन "अनसुने नायकों" को पहचान देने की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम है, जो निस्वार्थ भाव से समाज की सेवा कर रहे हैं।
राष्ट्रपति भवन में भव्य समारोह
मंगलवार को राष्ट्रपति भवन में आयोजित दूसरे नागरिक अलंकरण समारोह में देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान, पद्म पुरस्कारों का वितरण किया गया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 68 विशिष्ट व्यक्तियों को ये प्रतिष्ठित पुरस्कार प्रदान किए, जिनकी घोषणा 76वें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या, यानी 25 जनवरी को की गई थी। इस भव्य समारोह में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सहित कई अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। यह समारोह देश की उन प्रतिभाओं और समर्पण को सम्मानित करने का एक महत्वपूर्ण मंच है, जिन्होंने अपने कार्यों से समाज में सकारात्मक बदलाव लाए हैं।
प्रमुख हस्तियों का सम्मान
इस वर्ष सम्मानित होने वाली 68 हस्तियों में कई ऐसे नाम शामिल थे, जिन्होंने अपने-अपने क्षेत्रों में मील के पत्थर स्थापित किए हैं। इनमें भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश जगदीश सिंह खेहर को सार्वजनिक मामलों के क्षेत्र में उनके असाधारण योगदान के लिए पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया। प्रसिद्ध नृत्यांगना शोभना चंद्रशेखर और दिग्गज अभिनेता अनंत नाग को कला के क्षेत्र में उनके उत्कृष्ट कार्य के लिए पद्म भूषण से नवाजा गया। किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU) की कुलपति सोनिया नित्यानंद को चिकित्सा के क्षेत्र में उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए पद्मश्री से सम्मानित किया गया। इसके अतिरिक्त, अर्थशास्त्री बिबेक देबरॉय (मरणोपरांत) और लोक गायिका शारदा सिन्हा (मरणोपरांत) को भी पुरस्कार मिले, जिन्हें उनके परिजनों ने ग्रहण किया।
"जनता के पद्म" और "अनसुने नायक" की पहचान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में 2014 से "जनता के पद्म" की अवधारणा को बढ़ावा दिया गया है, जिसका उद्देश्य ऐसे "अनसुने नायकों" को सम्मानित करना है, जिन्होंने बिना किसी प्रचार के समाज के लिए महत्वपूर्ण कार्य किए हैं। इस वर्ष भी, 30 ऐसे "अनसुने नायकों" को पद्म पुरस्कारों से सम्मानित किया गया। ये पुरस्कार विभिन्न पृष्ठभूमि के व्यक्तियों को दिए जाते हैं, जिनमें महिलाएं, समाज के कमजोर वर्ग, अनुसूचित जाति और जनजाति, दिव्यांग व्यक्ति शामिल हैं, जिन्होंने निस्वार्थ भाव से समाज की सेवा की है। पद्म विभूषण असाधारण और विशिष्ट सेवा के लिए, पद्म भूषण उच्च क्रम की विशिष्ट सेवा के लिए, और पद्मश्री किसी भी क्षेत्र में विशिष्ट सेवा के लिए प्रदान किया जाता है।
आज के प्रमुख पुरस्कार विजेताओं की सूची:
पद्म विभूषण:
न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) जगदीश सिंह खेहर (सार्वजनिक मामले)।
पद्म भूषण:
शोभना चंद्रशेखर (कला)
अनंत नाग (कला)
बिबेक देबरॉय (साहित्य और शिक्षा - मरणोपरांत)
नल्ली कुप्पुस्वामी चेट्टी (व्यापार और उद्योग)
कैलाश नाथ दीक्षित (पुरातत्व)
जतिन गोस्वामी (कला)
साध्वी ऋतंभरा (अध्यात्म)
मनोहर जोशी (सार्वजनिक मामले - मरणोपरांत)
पद्मश्री:
सोनिया नित्यानंद (चिकित्सा)
इनीवालप्पिल मणि विजयन (खेल)
अश्विनी भिडे देशपांडे (कला)
अशोक लक्ष्मण सराफ (कला)
रेबा कांता महंत (मुखौटा बनाना)
रिकी ज्ञान केज (संगीत)
बैरी जॉन (रंगमंच कलाकार और अभिनय प्रशिक्षक)
वेलु आसन (लोक संगीतकार और परई वादक)
सज्जन भजंका (व्यापार)
डॉ. नीरजा भटला (चिकित्सा)
अजय वी भट्ट (विज्ञान और इंजीनियरिंग)
संत राम देसवाल (लेखक)
आचार्य जोनास मेजेटी (आध्यात्मिक नेता)
फारूक अहमद मीर (सामाजिक कार्य)
यह सूची उन कुछ प्रमुख व्यक्तियों की है जिन्हें आज सम्मानित किया गया है। कुल 139 व्यक्तियों को इस वर्ष पद्म पुरस्कारों के लिए नामित किया गया था, जिनमें से 68 को आज सम्मानित किया गया, जबकि शेष को पहले के समारोह में पुरस्कार दिए गए थे।