भीषण गर्मी में भी नहीं डिगा हौसला: भीलवाड़ा में पांचवें रक्तदान शिविर ने तोड़े रिकॉर्ड, समाजसेवा का अनुपम उदाहरण
के कुमार आहूजा कान्ता आहूजा 2025-05-28 14:35:13

रक्तदान, महादान है, जो जीवन बचाने का सबसे पवित्र कार्य माना जाता है। भीलवाड़ा में महेश नवमी महोत्सव 2025 के तहत श्री नगर माहेश्वरी सभा एवं नगर माहेश्वरी महिला मंडल के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित पंचम रक्तदान शिविर ने इस कथन को एक बार फिर चरितार्थ कर दिया। भीषण गर्मी के बावजूद, महेश छात्रावास में उमड़े युवाओं और महिला शक्ति के उत्साह ने 177 यूनिट रक्त संग्रहित कर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है, जो समाजसेवा के प्रति माहेश्वरी समाज की अटूट प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
महेश नवमी महोत्सव में पंचम रक्तदान शिविर का आयोजन
भीलवाड़ा में श्री नगर माहेश्वरी सभा एवं नगर माहेश्वरी महिला मंडल के संयुक्त तत्वावधान में महेश नवमी महोत्सव 2025 के तहत एक महत्वपूर्ण पहल की गई। इस महोत्सव के अंतर्गत आरकेआरसी माहेश्वरी युवा संगठन द्वारा प्रायोजित पांचवें रक्तदान शिविर का आयोजन महेश छात्रावास में किया गया। इस शिविर का मुख्य उद्देश्य जरूरतमंदों के लिए रक्त की उपलब्धता सुनिश्चित करना और रक्तदान के प्रति जागरूकता बढ़ाना था। रामस्नेही ब्लड बैंक के सहयोग से आयोजित इस शिविर में कुल 177 यूनिट रक्त सफलतापूर्वक संग्रहित किया गया, जो भीषण गर्मी के मौसम में एक बड़ी उपलब्धि है।
शिविर का भव्य शुभारम्भ और उपस्थित गणमान्य जन
रक्तदान शिविर का शुभारम्भ अखिल भारतीय माहेश्वरी महासभा के अर्थमंत्री राजकुमार काल्या, भीलवाड़ा नगर निगम महापौर राकेश पाठक, महेश सेवा समिति के ओम प्रकाश नराणीवाल, डॉ दुष्यंत शर्मा, डॉ कुलदीप सिंह नाथावत, मेडिकल एसोसिएशन से विनीत नागौरी और रजत अग्रवाल जैसे गणमान्य व्यक्तियों ने किया। मीडिया प्रभारी पंकज पोरवाल ने बताया कि इन सभी अतिथियों ने रक्तदान जैसे पुनीत कार्य की सराहना की और रक्तदाताओं का उत्साहवर्धन किया। उनकी उपस्थिति ने शिविर को और भी अधिक गरिमा प्रदान की।
रक्तदाताओं का समर्पण: 70वीं बार रक्तदान करने वाले भी शामिल
इस शिविर में कई रक्तदाताओं ने अनुकरणीय समर्पण का परिचय दिया। पंकज पोरवाल ने बताया कि रामचंद्र मूंदड़ा ने 70वीं बार रक्तदान करके एक मिसाल कायम की। उनके अलावा, विकास कचोलिया ने 55वीं, सुमित राठी ने 37वीं, विकास तोतला ने 30वीं, कल्पना कचोलिया ने 16वीं और अक्षय कचोलिया ने 14वीं बार रक्तदान किया। यह दिखाता है कि माहेश्वरी समाज में रक्तदान के प्रति कितनी गहरी प्रतिबद्धता है। अभिषेक भाई जी जैसे युवाओं ने प्रथम बार रक्तदान कर इस पुनीत कार्य की शुरुआत की। शिविर में भाग लेने वाले प्रत्येक रक्तदाता को उपहार स्वरूप प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया, जिससे उनका मनोबल बढ़ा।
युवा और महिला शक्ति का अद्भुत उत्साह
शिविर में युवाओं के साथ ही महिला शक्ति का उत्साह भी देखने लायक था। भीषण गर्मी के बावजूद, बड़ी संख्या में युवा और महिलाएं रक्तदान के लिए आगे आए, जिससे यह शिविर और भी सफल रहा। रक्तदान करने से पूर्व सभी रक्तदाताओं की ब्लड प्रेशर, शुगर सहित सभी जरूरी चिकित्सकीय जांच की गई, ताकि रक्तदाता की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। भीषण गर्मी के दृष्टिगत रक्तदाताओं के लिए छाया, शीतल हवा और अल्पाहार का पूरा प्रबंध शिविर स्थल पर किया गया था, जिससे उन्हें किसी प्रकार की असुविधा न हो।
सफल आयोजन में सामूहिक सहयोग
शिविर प्रभारी तरुण सोमानी ने बताया कि इस सफल आयोजन में आरकेआरसी व्यास युवा संगठन के मुख्य प्रायोजकों, अनूप समदानी, अभिनव गग्गड, तुषार गगरानी, साकेत गगरानी, आयुष बाहेती, वत्सल मूंदड़ा और सावर जाजू का विशेष सहयोग रहा। इसके अतिरिक्त, शिविर को सफल बनाने में विवेक पटवारी, प्रकाश गडोदिया, आकाश तोतला, शैलेन्द्र कास्ट, पंकज राठी, महेश भदादा, अंशुल ईनाणी, गिरधर छापरवाल, गणेश मंडोवरा सहित विभिन्न क्षेत्रीय सभा, महिला संगठन, युवा संगठन के अध्यक्ष, मंत्री और कई समाज बंधुओं का भी महत्वपूर्ण सहयोग रहा। बांगड़ माहेश्वरी मेडिकल वेलफेयर के प्रतिनिधि राधेश्याम सोमानी, नगर सभा अध्यक्ष केदार गगरानी, महेश सेवा समिति सचिव राजेंद्र कचोलिया, उपाध्यक्ष कृष्ण गोपाल जागेटिया, कोषाध्यक्ष राजेश बाहेती, निदेशक दिनेश शारदा, सीपी काल्या, सुरेश काबरा, सहित अभिजित शारदा, प्रमोद डाड, विनय माहेश्वरी, मनोज नुवाल, दिनेश राठी, सहयोग सेवा संस्थान के गोपाल विजयवर्गीय, अनिल मेहता ने भी रक्तदान शिविर का अवलोकन कर युवाओं और महिलाओं का उत्साह बढ़ाया।
भीलवाड़ा में आयोजित यह पंचम रक्तदान शिविर न केवल महेश नवमी महोत्सव का एक महत्वपूर्ण हिस्सा था, बल्कि यह समाजसेवा और मानवीयता का एक अनुपम उदाहरण भी बन गया। भीषण गर्मी में 177 यूनिट रक्त का संग्रहण, खासकर युवाओं और महिला शक्ति के अभूतपूर्व उत्साह के साथ, यह दर्शाता है कि माहेश्वरी समाज सामाजिक उत्तरदायित्वों के प्रति कितना जागरूक है। ऐसे आयोजन न केवल जीवन बचाते हैं, बल्कि समाज में एकता और सहयोग की भावना को भी मजबूत करते हैं।