अहिल्यानगर में जल प्रलय: सीना नदी उफान पर, पुल डूबा, यातायात ठप, प्रशासन ने जारी की चेतावनी


के कुमार आहूजा कान्ता आहूजा  2025-05-28 06:58:45



 

प्रकृति का रौद्र रूप जब बरसता है, तो उसकी शक्ति के आगे मानव निर्मित संरचनाएं भी बौनी पड़ जाती हैं। महाराष्ट्र के अहिल्यानगर में तीन दिनों से जारी मूसलाधार बारिश ने कुछ ऐसा ही भयावह मंजर पैदा कर दिया है, जहाँ सीना नदी पर बना पुल पूरी तरह पानी में डूब गया है। इस जलमग्नता के कारण अहमदनगर-कल्याण राजमार्ग पर यातायात पूरी तरह से ठप हो गया है, जिससे हजारों यात्री और मालवाहक वाहन प्रभावित हुए हैं। भले ही आज बारिश में थोड़ी कमी आई हो, लेकिन प्रशासन की चेतावनी और वैकल्पिक मार्गों पर मुड़ते वाहनों का काफिला, इस स्थिति की गंभीरता को बयां कर रहा है।

अहिल्यानगर में सीना नदी का पुल जलमग्न

महाराष्ट्र के अहिल्यानगर में पिछले तीन दिनों से जारी मूसलाधार बारिश ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। लगातार हो रही बारिश के कारण क्षेत्र की प्रमुख सीना नदी में जलस्तर अप्रत्याशित रूप से बढ़ गया है। आज नदी का जलस्तर इतना ऊपर आ गया कि उस पर बना पुल पूरी तरह से पानी में डूब गया। यह जलमग्नता इतनी अधिक है कि पुल के ऊपर से पानी बह रहा है, जिससे उस पर किसी भी प्रकार का आवागमन असंभव हो गया है।

अहमदनगर-कल्याण राजमार्ग बंद, यातायात प्रभावित

सीना नदी के पुल के पानी में डूब जाने के कारण अहमदनगर-कल्याण राजमार्ग पर यातायात पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। यह राजमार्ग अहिल्यानगर को कल्याण से जोड़ने वाला एक महत्वपूर्ण मार्ग है, जिसका उपयोग हजारों वाहन प्रतिदिन करते हैं। राजमार्ग बंद होने से यात्रियों और मालवाहक ट्रकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। पुलिस और स्थानीय प्रशासन ने वाहनों को वैकल्पिक मार्गों पर मोड़ दिया है, ताकि यातायात की निरंतरता बनी रहे, हालांकि इससे यात्रा का समय और दूरी दोनों बढ़ गए हैं।

भीषण बारिश के बाद जलस्तर में वृद्धि

अहिल्यानगर और आसपास के क्षेत्रों में बीते तीन दिनों से लगातार भारी बारिश हो रही थी। इस बारिश के कारण न केवल सीना नदी, बल्कि अन्य स्थानीय नदियों और जलाशयों में भी जलस्तर तेजी से बढ़ा है। हालांकि, आज बारिश की तीव्रता में थोड़ी कमी आई है, जिससे स्थानीय लोगों को कुछ राहत मिली है। इसके बावजूद, नदी में बढ़ा हुआ जलस्तर और डूबा हुआ पुल वर्तमान स्थिति की गंभीरता को दर्शाता है। कृषि भूमि और निचले इलाकों में भी जलभराव की स्थिति बनी हुई है।

प्रशासन की चेतावनी और सुरक्षा उपाय

स्थिति की गंभीरता को देखते हुए, स्थानीय अधिकारियों ने नागरिकों से अपील की है कि वे जलमग्न पुल का उपयोग करने से पूरी तरह बचें। प्रशासन ने सुरक्षा के मद्देनजर पुल के दोनों ओर बैरिकेड्स लगा दिए हैं और लोगों को वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करने की सलाह दी है। आपातकालीन सेवाओं को भी अलर्ट पर रखा गया है ताकि किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटा जा सके। नदी के जलस्तर पर लगातार निगरानी रखी जा रही है और स्थिति सामान्य होने पर ही पुल को यातायात के लिए फिर से खोला जाएगा।

अहिल्यानगर में सीना नदी के पुल का जलमग्न होना और अहमदनगर-कल्याण राजमार्ग का बंद होना, मानसून की प्रारंभिक तीव्रता और उसके प्रभावों को दर्शाता है। तीन दिनों की लगातार बारिश ने जनजीवन पर गहरा असर डाला है, जिससे यातायात बाधित हुआ है और स्थानीय लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। यह घटना हमें याद दिलाती है कि मानसून के दौरान आवश्यक सावधानी बरतनी और प्रशासनिक निर्देशों का पालन करना कितना महत्वपूर्ण है, ताकि जान-माल के नुकसान से बचा जा सके और सामान्य जीवन जल्द से जल्द पटरी पर लौट सके।


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