सत्ता के दलालों और पलायन पर कुलश्रेष्ठ का तंज: भीलवाड़ा में सनातनी समाज से आत्मचिंतन का आह्वान
के कुमार आहूजा कान्ता आहूजा 2025-05-27 18:47:52

विचारों की शक्ति समाज में परिवर्तन लाने की क्षमता रखती है, और जब ये विचार राष्ट्रवाद, धर्म और सहकारिता के ताने-बाने से बुने जाते हैं, तो वे एक मजबूत नींव का निर्माण करते हैं। भीलवाड़ा में सहकार भारती, राजस्थान की ओर से आयोजित विचार गोष्ठी कुछ ऐसा ही मंच बनी, जहाँ प्रखर राष्ट्रवादी विचारक पुष्पेन्द्र कुलश्रेष्ठ ने 'सहकारिता से सक्षम समृद्ध भारत' के स्वप्न को साकार करने का आह्वान किया। इस आयोजन में 1400 से अधिक प्रबुद्धजनों की उपस्थिति ने सनातन समाज में एकजुटता और सेवाभाव की प्रबल इच्छाशक्ति को दर्शाया।
सहकार भारती विचार गोष्ठी का भव्य शुभारंभ
भीलवाड़ा में सहकार भारती, राजस्थान की ओर से एक महत्वपूर्ण विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत मां भारती एवं सहकार भारती के संस्थापक लक्ष्मणराम ईनामदार के चित्र पर दीप प्रज्वलित कर और वंदे मातरम के उद्घोष के साथ हुई, जिससे देशभक्ति का वातावरण निर्मित हुआ। सीए सुनील सुराणा ने स्वागत उद्बोधन दिया, जिसमें उन्होंने सभी उपस्थित लोगों का हार्दिक अभिनंदन किया। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि श्रीमती पुष्पा गोखरू ने सहकारिता आंदोलन में महिलाओं की सहभागिता बढ़ाने पर विशेष जोर दिया, जो वर्तमान समय में नारी शक्ति के महत्व को दर्शाता है।
'बिना संस्कार नहीं सहकार': एक अनूठी विचारधारा
सहकार भारती, राजस्थान के प्रदेश महामंत्री सीए सुनील सोमानी ने अपने उद्बोधन में सहकार भारती की विशिष्टता पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि सहकार भारती एकमात्र ऐसी संस्था है जो 'बिना संस्कार नहीं सहकार' के ध्येय को लेकर सहकारिता के क्षेत्र में सक्रिय है। यह संगठन भारत देश के 28 प्रदेशों में लगभग 700 जिलों में अपने विभिन्न प्रकोष्ठों के माध्यम से सक्रिय रूप से कार्य कर रहा है। सोमानी ने 'मिठाई प्रकल्प' की जानकारी देते हुए एक 'सेवा कॉऑपरेटिव' के गठन का प्रस्ताव भी रखा, जिसे संपूर्ण सदन ने 'ओम' के उच्चाचरण के साथ दोनों हाथ उठाकर सर्वसम्मति से सहमति प्रदान की। यह प्रस्ताव सेवा के नए आयाम खोलने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
पुष्पेन्द्र कुलश्रेष्ठ का 'सक्षम समृद्ध भारत' का आह्वान
प्रखर राष्ट्रवादी विचारक पुष्पेन्द्र कुलश्रेष्ठ ने 'सहकारिता से सक्षम समृद्ध भारत' विषय पर विचार गोष्ठी को संबोधित किया। अपने ओजस्वी उद्बोधन में उन्होंने सनातनी समाज में एकजुटता की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि हिंदुओं को अब एक होना होगा। उन्होंने कार्यशाला में मौजूद लोगों से आजादी के बाद 70 साल की उपलब्धि के बारे में पूछते हुए तीखी टिप्पणी की। कुलश्रेष्ठ ने कहा कि इन 70 सालों में 'सत्ता के दलालों' ने सनातनी हिंदुओं को अपने ही देश में आठवें दर्जे का नागरिक बना दिया है। उन्होंने पश्चिम बंगाल, कश्मीर, दिल्ली और केरल से हिंदुओं के पलायन का जिक्र करते हुए कहा कि इसके लिए और कोई नहीं, बल्कि हम लोग ही जिम्मेदार हैं, क्योंकि हम भगत सिंह को पड़ोसी के घर में पैदा होने वाली सोच रखते हैं। उन्होंने चेताया कि यदि सनातनी अब भी नहीं संभले तो देश की दिशा और दशाएं बदलने से कोई रोक नहीं पाएगा।
'सेवा कॉऑपरेटिव' की आवश्यकता और पारित प्रस्ताव
देश की राजनीति पर तंज कसते हुए कुलश्रेष्ठ ने कहा कि दूसरों पर दोषारोपण करने से काम नहीं चलेगा, क्योंकि यह देश हमेशा से कर्म प्रधान रहा है। इसी संदर्भ में, सेवा कॉऑपरेटिव की आवश्यकता पर प्रकाश डाला गया। यह महसूस किया गया कि छोटे-छोटे घरेलू कार्यों जैसे कारीगर, एसी रिपेयरिंग, प्लंबर, सफाई कर्मी, चौकीदार, लाइट रिपेयर, हलवाई, कारपेंटर, पढ़ाई आदि के लिए अक्सर सनातनी सेवा प्रदाता ढूंढना कठिन होता है। इस समस्या के समाधान हेतु 'सेवा कॉऑपरेटिव' की आवश्यकता महसूस की गई, जिस पर जल्द ही सहकार भारती, भीलवाड़ा के बैनर तले सोसायटी गठन करने का प्रस्ताव पारित हुआ।
सहकार गौरव सम्मान और विशिष्ट जनों की उपस्थिति
कार्यक्रम के अंत में राष्ट्रीय गान के साथ समापन हुआ। विचार गोष्ठी में सभागार के बाहर भी अतिरिक्त स्क्रीन लगाकर बैठक व्यवस्था की गई थी, जिससे लगभग 1400 प्रबुद्धजन इस महत्वपूर्ण आयोजन में उपस्थित रह सके। इस शुभ अवसर पर सहकारिता के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान हेतु 'सहकार गौरव सम्मान' प्रदान किया गया। यह सम्मान हनुमान प्रसाद अग्रवाल, छीतर मल लढ़ा, बाल कृष्ण स्वर्णकार और स्व. भगवती लाल बहेड़िया की स्मृति में श्रीमती पुष्पा बहेड़िया को दिया गया। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि गजानंद बजाज, अंबालाल पटेल और राजकुमार गहलोत मंचासीन थे। कार्यक्रम में भीलवाड़ा जिला अध्यक्ष सुभाष चेचानी, जिला महामंत्री दुर्गा लाल सोनी, प्रदेश सह कोष प्रमुख पुनीत सोमानी, जिला कोषप्रमुख नवनीत तोतला, सीए प्रकोष्ठ मनोज सोनी, संगठन प्रमुख रामनरेश विजयवर्गीय, जिला उपाध्यक्ष भैरूलाल बाल्दी, नगर अध्यक्ष संजय पांडे, मुकुट बसेर, सीए सत्यनारायण लाठी, श्रीमती विजय सुराणा, श्रीमती प्रभा सिसोदिया, श्रीमती कमलेश सेठी, श्रीमती कविता विजयवर्गीय, जिला मंत्री प्रहलाद ईनाणी, दिनेश आगाल एवं जिला एवं महानगर कार्यकारिणी सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
भीलवाड़ा में सहकार भारती की यह विचार गोष्ठी न केवल सहकारिता के सिद्धांतों को मजबूत करने का एक मंच बनी, बल्कि इसने राष्ट्रवादी चेतना और सनातनी मूल्यों की एकजुटता पर भी गहरा चिंतन प्रस्तुत किया। पुष्पेन्द्र कुलश्रेष्ठ के ओजस्वी विचार और 'सेवा कॉऑपरेटिव' का प्रस्ताव समाज में आत्मनिर्भरता और सेवाभाव को बढ़ावा देने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम हैं। लगभग 1400 प्रबुद्धजनों की उपस्थिति ने इस आयोजन की सफलता और विचारों की प्रासंगिकता को प्रमाणित किया। यह गोष्ठी निश्चित रूप से भीलवाड़ा में सामाजिक-आर्थिक उत्थान के लिए नई प्रेरणा प्रदान करेगी।