पीएम मोदी बीकानेर आये, लेकिन बीकानेर को क्या मिला? हम वफा करके भी तन्हा रह गए


के कुमार आहूजा कान्ता आहूजा  2025-05-27 06:46:15



 

लेखक ,विचारक, चिंतक, जनसंपर्क अधिकारी पूर्व बीकानेर एक्सप्रेस संपादक, मनोहर चावला 

 

आपरेशन सिन्दूर के बाद पहली बार राजस्थान, वो भी बीकानेर के देशनोक में चूहो वाली माँ करणी देवी के दर्शन करने पर माँ के आशीर्वाद के साथ समस्त बीकानेरवासियो की तरफ़ से आपको बहुत बहुत बधाई कि आपने किस चातुर्य से पाकिस्तान को धूल चटा दी और पूरे विश्व को बता दिया कि भारत अब नया भारत है। प्रधानमंत्री जी आपके यहाँ आने से बीकानेरवासी बहुत प्रफुल्लित हुए। पहले जब प्रदेश चुनाव में जेठानन्द व्यास विधायक के लिये आपने गोकुल सर्किल से जूनागढ़ तक रेली की थी जिस जिस जगह से आप निकले, वहाँ की सड़के रातोंरात बन गई थी सफ़ाई व्यवस्था चकाचौंध हुई। जगह जगह चमचमाती सड़को के दोनों और खड्डे खोदकर बेरिकेटिंग लगाई गई थी और जनता ने दिल खोलकर आपका अभिवादन किया। लेकिन चुनाव के बाद सब सड़के जर्जर हो गई है बेरिकेटिंग के लिए खोदे गये खड्डे और गहरे होते गए । लेकिन हमने आपको देखकर जेठानंद और सिद्ध कुमारी को वोट देकर जिताया था । खैर हमने तो आपको ही बीकानेर का अपना प्रतिनिधि माना है । लेकिन आपने या आपके यहाँ के किसी भी प्रतिनिधि ने बीकानेर के विकास के लिए कोई ध्यान नहीं दिया। आप पहले जब आये थे तब और अब आप आए है अब, बीकानेर में कुछ नहीं बदला। अपितु उसकी स्थिति और अधिक ख़राब हुई है। अब आपके आने से जिस जिस मार्ग से आपके जाने की सम्भावना थी वहाँ फिर सड़के बन गई, गटर व्यवस्था सुधर गई, शहर चमाचम चमकने लगा। सड़के बनी, सफ़ाई हुई, आपकी सुरक्षा व्यवस्था मज़बूत हुई। बाक़ी सारे शहर को छोड़कर। लेकिन आपने सारे कार्यक्रम हेलीकॉप्टर से यात्रा करके पूरे किए। आपने देशनोक में माँ करणी के दर्शन किए और वही देशनोक स्टेशन से ही वर्चुअली १०३ देश के पुनः विकसित रेलवे स्टेशन का लोकापर्ण कर देशवासियों को सौगात दी। फिर प्लाना में विशाल जनसभा को सम्बोधित कर आपरेशन सिन्दूर की सफलता पर प्रकाश डाला। आपरेशन सिन्दूर की सफलता के साथ एक नया अध्याय जुड़ गया ।भारत का मान बढ़ाने और इस सैन्य ऑपरेशन की कामयाबी पर आपको बीकानेर वासियो की तरफ़ से आपका हार्दिक अभिनंदन। वास्तव में देश की सेना के पराक्रम की भूरी भूरी प्रशंसा भी की जानी चाहिए। इधर पलाना में बीकानेर और आस- पास के लोग प्रधानमंत्री को अपने बीच पाकर फूले नहीं समा रहे थे। बीकानेरवासी भूल गए कि वे कितनी नागरिक समस्याओं से सालो से जूझ रहे है। उनका सारा जीवन टूटी हुई सड़को, गहरे गड्डों, सड़को पर बहता गटर का गंदा पानी, सड़को के बीचोबीच विचरण करते आवारा पशु और फिर इसके बाद घंटों तक बार बार बंद होते रेल फाटको से बर्बाद होता कीमती समय रेल फाटक के खुलने तक व्यर्थ जा रहा है। यहाँ के लोगो की आधी जिंदगी बंद होते रेल फाटको ने लील ली है । बीकानेर में बार बार बंद होते रेल फाटक यहाँ की सबसे बड़ी समस्या है लेकिन हर जनप्रतिनिधि ने चुनाव के समय इस समस्या निदान के लिए वायदा कर वोट तो ले लिये लेकिन जीतने के बाद इस समस्या से किनारा कर लिया। यही नहीं , यहाँ की जनता को मूर्ख बनाते हुए बीकानेर में हाईकोर्ट बार की बेंच , ड्राईपोर्ट खोलने तक की घोषणाए तक हुई और राजस्थानी भाषा को मान्यता दिलाने के वायदे हुवे लेकिन वो सब घोषणाए थोथी साबित हुई। और तो और बीकानेर में एक सिटी बस तक ये नेता लोग नहीं चला सके । इन्हें प्रदेश के कई जिलों में हुवे मसलन कोटा, जयपुर, उदयपुर, अजमेर, भरतपुर के विकास कार्य शायद नज़र नहीं आये । यह लोग भूल गए कि धोरो की धरती, ऐतिहासिक नगर बीकानेर अब धीरे धीरे एक विशाल गाँव में तब्दील हो रहा है हम अन्य जिलों से काफ़ी पीछे जा रहे है। यहाँ की जनता कोई अप्रिय कदम उठाने से पहले आपकी और देखती है और फिर शायद कुछ कर नहीं पाती। अब जब आप यहाँ आए तो बहुत उम्मीदे और आशाएं लगाये हम बैठे थे। रेल मंत्री जी भी आपके साथ थे। पक्का लग रहा था कि इस बार आप रेल फाटको की समस्या से छुटकारा दिला देंगे और बीकानेर को बहुत बड़ी कई अन्य सौगाते देंगे। लेकिन आपके पूरे भाषण में बीकानेर से एक साप्ताहिक मुंबई ट्रेन चलाने के अलावा कुछ नहीं था । जबकि पूर्व विधायक रामकिशन दास गुप्ता ने आपको रेल फाटको की समस्या निदान के लिए पत्र भी लिखा था राजस्थानियों भाषा की मान्यता के लिए कमल रंगा ने भी आपको पत्र लिखा था। सभी अखबारों में इस पर विस्तृत रिपोर्टभी छपी, जन प्रतिनिधियों को भी इस बाबत ज्ञापन दिए गए एक नहीं अनेकों बार । या तो उन्होंने आपकों बताया नहीं या फिर इस लाइलाज बीमारी का इलाज नहीं । अगर आप इस समस्या से मुक्ति दिलाते तो आपका बीकानेर दौरा सही मायने में सार्थक साबित होता और आप हमारे दिलो पर हमेशा के लिए राज करते । पर शायद ईश्वर कों यह मंजूर नहीं था।फिर भी हम आपकी लम्बी उम्र की दुआये करते है आप नए भारत का निर्माण करे और विश्व में भारत का सर्वोच्च स्थान हो। हमारा क्या, हमारे तो भाग्य में यही लिखा है। लेकिन आप बीकानेर को अपने दिल में जगह अवश्य दे।


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