देबरा के अर्जुनी में दहला हाईवे: भयानक धमाके से सहमे लोग, स्कूल बस और मकानों को नुकसान


के कुमार आहूजा कान्ता आहूजा  2025-05-25 14:43:47



 

राष्ट्रीय राजमार्ग, जो अक्सर जीवन रेखा के रूप में कार्य करते हैं, कभी-कभी आकस्मिक आपदाओं के केंद्र भी बन जाते हैं। पश्चिम बंगाल के पश्चिम मेदिनीपुर जिले के देबरा स्थित अर्जुनी इलाके में NH-16 पर हाल ही में कुछ ऐसा ही भयावह मंजर देखने को मिला, जब एक गैस टैंकर में हुए भीषण विस्फोट ने पूरे इलाके को अपनी चपेट में ले लिया। यह धमाका इतना जबरदस्त था कि इसने न केवल सात लोगों को गंभीर रूप से घायल कर दिया, बल्कि एक स्कूल बस, दो लॉरी और कई घरों को भी भारी नुकसान पहुंचाया। इस घटना ने पूरे क्षेत्र में दहशत का माहौल पैदा कर दिया है और राजमार्गों पर सुरक्षा मानकों पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

NH-16 पर गैस टैंकर में भीषण विस्फोट

पश्चिम मेदिनीपुर के देबरा स्थित अर्जुनी क्षेत्र में NH-16 पर एक बड़े गैस टैंकर में हुए विस्फोट से हड़कंप मच गया। यह हादसा शनिवार सुबह हुआ, जब गैस ले जा रहा एक टैंकर अचानक धमाके के साथ फट गया। विस्फोट इतना भीषण था कि इसकी आवाज दूर-दूर तक सुनी गई, जिससे आस-पास के इलाकों में दहशत फैल गई। यह घटना एक व्यस्त राष्ट्रीय राजमार्ग पर हुई है, जहां वाहनों की आवाजाही लगातार बनी रहती है, जिससे स्थिति और भी गंभीर हो गई। प्रारंभिक रिपोर्टों के अनुसार, विस्फोट का कारण अभी स्पष्ट नहीं है, लेकिन इसकी तीव्रता ने भारी तबाही मचाई है।

सात लोग गंभीर रूप से घायल, दहशत का माहौल

 

इस भयानक विस्फोट में कम से कम सात लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। घायलों में राहगीर, टैंकर के आसपास के वाहन चालक और शायद आस-पास के घरों में रहने वाले लोग भी शामिल हो सकते हैं। धमाके की चपेट में आने से उन्हें गंभीर चोटें आई हैं। विस्फोट के बाद घटनास्थल पर चीख-पुकार मच गई और चारों ओर अफरा-तफरी का माहौल बन गया। पुलिस और राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारी तुरंत मौके पर पहुंचे और बचाव अभियान शुरू किया। सभी घायलों को तत्काल मेदिनीपुर मेडिकल कॉलेज ले जाया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है। डॉक्टरों के अनुसार, कई घायलों की हालत गंभीर बनी हुई है।

स्कूल बस, लॉरी और घरों को नुकसान

गैस टैंकर विस्फोट का प्रभाव केवल घायलों तक ही सीमित नहीं रहा, बल्कि इससे व्यापक स्तर पर संपत्ति का भी नुकसान हुआ है। धमाके की प्रचंडता के कारण एक स्कूल बस, दो लॉरी और घटनास्थल के पास स्थित कई घरों को भी भारी क्षति पहुंची है। स्कूल बस के क्षतिग्रस्त होने से यह संभावना बढ़ जाती है कि इसमें बच्चे भी सवार हो सकते थे, हालांकि अभी तक किसी स्कूली छात्र के हताहत होने की कोई पुष्टि नहीं हुई है, जो एक राहत की बात है। घरों की दीवारों में दरारें आ गईं और खिड़की के शीशे टूट गए। सड़क पर भी मलबा फैल गया, जिससे यातायात बाधित हुआ।

त्वरित प्रतिक्रिया और चल रही जांच

हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस और राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारी तुरंत हरकत में आए। उन्होंने तुरंत बचाव कार्य शुरू किया और घायलों को अस्पताल पहुंचाने की व्यवस्था की। घटनास्थल पर यातायात को नियंत्रित किया गया और मलबा हटाने का काम शुरू किया गया। इस घटना की गहन जांच शुरू कर दी गई है। जांचकर्ता विस्फोट के सटीक कारण का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं, जिसमें टैंकर की तकनीकी खराबी, चालक की लापरवाही या किसी अन्य बाहरी कारक की संभावना को खंगाला जा रहा है। राजमार्गों पर खतरनाक सामग्री ले जाने वाले वाहनों की सुरक्षा और निरीक्षण पर भी सवाल उठ रहे हैं।

बहरहाल, पश्चिम मेदिनीपुर के देबरा में हुआ यह गैस टैंकर विस्फोट एक दुखद घटना है जो राजमार्गों पर सुरक्षा के प्रति हमारी तैयारियों की पोल खोलता है। यह घटना न केवल जान-माल के नुकसान का कारण बनी है, बल्कि इसने पूरे इलाके में दहशत का माहौल भी पैदा किया है। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना के साथ, यह आवश्यक है कि इस घटना की गहन जांच हो और भविष्य में ऐसे हादसों को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं। सड़कों पर चलने वाले वाहनों की सुरक्षा, विशेष रूप से खतरनाक पदार्थों का परिवहन करने वालों की, की नियमित जांच और सख्त नियमों का पालन सुनिश्चित करना अत्यंत आवश्यक है।


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