ट्रेन में दहशत का माहौल: सिलीगुड़ी-मालदा डेमू के कोच में लगी आग, यात्री बाल-बाल बचे


के कुमार आहूजा कान्ता आहूजा  2025-05-24 07:08:02



 

बिहार के किशनगंज रेलवे स्टेशन पर आज एक चौंकाने वाली घटना सामने आई, जब स्टेशन के आउटर स्टेशन गाईसाल पर खड़ी एक ट्रेन के कोच में अचानक आग लग गई। यह घटना सिलीगुड़ी-मालदा डेमू (डीजल इलेक्ट्रिक मल्टीपल यूनिट) ट्रेन के एक कोच में हुई, जिसने कोच के अंदर मौजूद यात्रियों में दहशत पैदा कर दी। हालांकि, रेलवे अधिकारियों और दमकलकर्मियों की त्वरित कार्रवाई से आग पर समय रहते काबू पा लिया गया, और गनीमत रही कि इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ। यह हादसा एक बार फिर रेलवे सुरक्षा और अग्निशमन प्रोटोकॉल के महत्व को रेखांकित करता है।

आग की घटना और यात्रियों में दहशत:

कटिहार डिवीजन के डीआरएम सुरेंद्र कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि सिलीगुड़ी-मालदा डेमू ट्रेन के एक कोच में उस समय आग लग गई, जब वह किशनगंज रेलवे स्टेशन के आउटर स्टेशन गाईसाल पर खड़ी थी। डेमू ट्रेन एक प्रकार की ट्रेन होती है जो ऑन-बोर्ड डीजल इंजन द्वारा संचालित होती है, और इसके लिए अलग से इंजन की आवश्यकता नहीं होती। जैसे ही आग लगी, कोच के अंदर मौजूद यात्री दहशत में आ गए और अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे। धुएं और आग की लपटों को देखकर स्टेशन पर भी हड़कंप मच गया।

त्वरित प्रतिक्रिया और आग पर काबू:

डीआरएम सुरेंद्र कुमार ने बताया कि आग लगने की सूचना मिलते ही रेलवे अधिकारी दमकल गाड़ियों के साथ तत्काल मौके पर पहुंच गए। दमकलकर्मियों ने बेहद फुर्ती से काम करते हुए आग पर काबू पा लिया और उसे अन्य कोचों में फैलने से रोक दिया। यह त्वरित प्रतिक्रिया ही थी, जिसकी बदौलत एक बड़ा हादसा टल गया और कोई हताहत नहीं हुआ।

कारण अज्ञात और यातायात अप्रभावित:

आग कैसे लगी, इसका पता अभी तक नहीं चल पाया है। रेलवे अधिकारियों ने आग लगने के कारणों का पता लगाने के लिए जांच शुरू कर दी है। जांच दल घटनास्थल से साक्ष्य जुटा रहे हैं और यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या यह कोई तकनीकी खराबी थी, मानवीय लापरवाही थी या कोई अन्य कारण था। डीआरएम ने यह भी बताया कि इस घटना से इस रूट पर ट्रेनों की सामान्य आवाजाही अप्रभावित रही, जिससे यात्रियों को किसी प्रकार की असुविधा नहीं हुई।

यह घटना रेलवे सुरक्षा प्रोटोकॉल की प्रभावशीलता और आपातकालीन स्थितियों से निपटने के लिए रेलवे स्टाफ की तैयारियों को दर्शाती है। हालांकि, आग के मूल कारण की गहन जांच आवश्यक है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके और यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।


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