जानलेवा लू का अलर्ट: किडनी से दिमाग तक, गर्मी से मंडरा रहा गंभीर खतरा
के कुमार आहूजा कान्ता आहूजा 2025-05-23 07:24:42

राजस्थान में इन दिनों भीषण गर्मी का प्रकोप जारी है, जिसने न केवल सामान्य जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है, बल्कि हीट स्ट्रोक के खतरे को भी कई गुना बढ़ा दिया है। चिकित्सा विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, मार्च से लेकर 19 मई तक 180 से अधिक हीट स्ट्रोक के मामले सामने आ चुके हैं, जो स्थिति की गंभीरता को दर्शाता है। डॉक्टर लगातार चेतावनी दे रहे हैं कि यह गर्मी केवल पसीना नहीं, बल्कि सीधे आपके दिमाग और शरीर के महत्वपूर्ण अंगों पर हमला कर सकती है। इसलिए, बाहर निकलने से पहले सौ बार सोचने और हर संभव सावधानी बरतने का यह सही समय है।
शरीर पर गर्मी का जानलेवा प्रहार:
एसएमएस मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. दीपक माहेश्वरी का कहना है कि गर्मियों में शरीर बहुत जल्दी डिहाइड्रेट हो जाता है, यानी पानी की गंभीर कमी हो जाती है। पानी की कमी से खून गाढ़ा हो जाता है, जिससे रक्त संचार बिगड़ता है। यह स्थिति दिल की धड़कनों को अनियंत्रित कर सकती है, जो हृदय रोगियों के लिए अत्यंत खतरनाक है।
एसएमएस अस्पताल की न्यूरो फिजिशियन डॉ. भावना शर्मा बताती हैं कि अत्यधिक पसीने के कारण शरीर में नमक और पानी की मात्रा असंतुलित हो जाती है। इस स्थिति में, खून की नलियों में क्लॉट (थक्के) बन सकते हैं, जिससे दिमाग में ब्लॉकेज हो सकता है और ब्रेन अटैक (स्ट्रोक) जैसी गंभीर स्थिति पैदा हो सकती है। यहां तक कि 'वीनस थ्रोम्बोसिस' जैसी जानलेवा स्थिति भी बन सकती है।
मेडिसिन विभाग के डॉ. पुनीत सक्सेना के मुताबिक, हीट स्ट्रोक को केवल सिरदर्द या चक्कर तक सीमित समझना एक बड़ी भूल है। यह किडनी फेलियर, लीवर में सूजन और सांस लेने में दिक्कतों जैसे जानलेवा परिणाम दे सकता है। यदि सही समय पर इसका इलाज न मिले, तो यह मौत का कारण भी बन सकता है।
चिकित्सा विभाग की अपील और बचाव के उपाय:
चिकित्सा विभाग ने जनता से विशेष अपील की है कि वे अत्यधिक सावधानी बरतें। अतिरिक्त अधीक्षक एसएमएस अस्पताल, डॉ. मनोज शर्मा ने कहा है कि तेज धूप में बिना किसी अति आवश्यक काम के घर से बाहर न निकलें। विशेषकर बच्चे, बुजुर्ग और गर्भवती महिलाएं अत्यधिक सावधानी बरतें।
बचाव के लिए निम्नलिखित उपाय अपनाए जा सकते हैं:
सूती कपड़े पहनें: हल्के रंग के ढीले और सूती कपड़े पहनें।
सिर और आंखें ढकें: बाहर निकलते समय सिर को किसी कपड़े या टोपी से और आंखों को धूप के चश्मे से ढकें।
खाली पेट बाहर न जाएं: खाली पेट धूप में निकलने से बचें।
पर्याप्त तरल पदार्थ: पानी, लस्सी, छाछ, नींबू पानी, ओआरएस घोल और फलों के जूस का अधिक सेवन करें।
शीघ्र उपचार: उल्टी, चक्कर, तेज सिरदर्द, अत्यधिक पसीना आना बंद होना या बेहोशी जैसे लक्षण दिखते ही तुरंत नजदीकी अस्पताल या चिकित्सक से संपर्क करें। किसी भी लक्षण को हल्के में न लें।
यह समय अत्यधिक सतर्कता बरतने का है ताकि इस जानलेवा गर्मी से बचा जा सके और स्वास्थ्य सुरक्षित रहे।
डिस्क्लेमर:
यह रिपोर्ट उपलब्ध सार्वजनिक जानकारी और विशेषज्ञों के बयानों पर आधारित है। यह चिकित्सीय सलाह का विकल्प नहीं है। यदि आपको हीट स्ट्रोक या गर्मी से संबंधित कोई लक्षण महसूस होता है, तो तत्काल योग्य चिकित्सक से संपर्क करें।