लुटेरी दुल्हन का पर्दाफाश: 25 दूल्हों की इकलौती दुल्हन भोपाल से गिरफ्तार
के कुमार आहूजा कान्ता आहूजा 2025-05-21 11:33:42

समाज में रिश्तों के नाम पर विश्वासघात और धोखे की हदें किस कदर पार की जा रही हैं, इसका एक सनसनीखेज उदाहरण सामने आया है। पुलिस ने लुटेरी दुल्हन के नाम से कुख्यात 32 वर्षीय अनुराधा पासवान को भोपाल से गिरफ्तार कर लिया है, जिस पर कथित तौर पर 25 दूल्हों को धोखा देकर उनके लाखों के गहने और नकदी लेकर फरार होने का आरोप है। यह महिला हर बार पुरुषों को अपने जाल में फंसाती थी, फर्जी शादी करती थी और कीमती सामान लेकर भागने से पहले एक आदर्श दुल्हन और आदर्श बहू की भूमिका निभाती थी। यह गिरफ्तारी एक बड़े फर्जी विवाह गिरोह के भंडाफोड़ की ओर इशारा करती है, जिसने कई भोले-भाले लोगों का भरोसा और पैसा दोनों ठगा है।
शादी का जाल और धोखाधड़ी का तरीका:
अनुराधा और उसके गिरोह का तरीका बेहद शातिराना था। गिरोह के सदस्य भावी दूल्हों को अनुराधा की तस्वीरें और प्रोफाइल दिखाते थे, उसे एक आदर्श जोड़ीदार बताकर उनका विश्वास जीतते थे। इस फर्जीवाड़े में एक मैचमेकर भी शामिल होता था, जो शादी करवाने के लिए दूल्हे से 2 लाख रुपये तक लेता था। एक बार जब दोनों पक्षों के बीच जोड़ी तय हो जाती थी, तो एक सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किए जाते थे, जिससे सब कुछ कानूनी लगे।
शादी के बाद, अनुराधा दूल्हे और उसके परिवार का भरोसा जीतने के लिए उनके सामने बहुत ही मीठी और भोली-भाली हरकतें करती थी, जिससे किसी को उस पर शक न हो। कुछ ही दिनों बाद, जब परिवार पूरी तरह उस पर भरोसा करने लगता था, तो वह कथित तौर पर उनके खाने में नशीला पदार्थ मिलाकर उन्हें बेहोश कर देती थी। इसके बाद, वह उनके सभी गहने, नकदी और अन्य कीमती सामान लेकर फरार हो जाती थी।
सवाई माधोपुर से मिली पहली शिकायत:
इस लुटेरी दुल्हन का पर्दाफाश सवाई माधोपुर निवासी विष्णु शर्मा की शिकायत के बाद हुआ। विष्णु शर्मा ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी कि अनुराधा पासवान ने उनके साथ धोखाधड़ी की है और ₹1.25 लाख के गहने, ₹30,000 नकद और ₹30,000 का मोबाइल फोन चुराया है। विष्णु, जो एक ठेला चलाते हैं, ने कर्ज लेकर शादी की थी और मोबाइल भी उधार लिया था। उन्हें कभी नहीं लगा था कि अनुराधा उन्हें धोखा देगी।.wwgwrgwgwww
पुलिस की 'नकली दूल्हा' रणनीति:
विष्णु शर्मा द्वारा साझा की गई जानकारी के आधार पर, सवाई माधोपुर पुलिस ने अनुराधा को पकड़ने के लिए एक सुनियोजित जाल बिछाया। एक पुलिस कांस्टेबल को संभावित दूल्हे के रूप में पेश किया गया और उसे एजेंट के पास भेजा गया, जिसने कई महिलाओं की तस्वीरें दिखाईं। पुलिस अधिकारी ने बताया कि जांच के बाद सभी दस्तावेज और शादी के समझौते फर्जी पाए गए। इस नकली दूल्हा रणनीति के तहत अनुराधा पुलिस के जाल में फंस गई, जिसके बाद उसे भोपाल से गिरफ्तार कर लिया गया।
25 दूल्हों को बनाया शिकार, फैला था बड़ा नेटवर्क:
पूछताछ में यह खुलासा हुआ कि अनुराधा और उसकी टीम अब तक 25 दूल्हों को धोखा देकर उनके कीमती सामान हड़प चुकी है। पुलिस जांच में यह भी सामने आया है कि भोपाल से यह फर्जी विवाह गिरोह संचालित किया जा रहा था, जिसमें रोशनी, सुनीता, रघुवीर, गोलू और जुर्जन जैसे अन्य सदस्य भी शामिल थे। ये लोग फर्जी मैरिज एजेंट बनकर भोले-भाले युवकों से संपर्क करते थे और लड़कियों की फोटो दिखाकर 2 से 5 लाख रुपये में सौदा तय करते थे। फर्जी दस्तावेज और इकरारनामा बनाकर शादी करवाते थे, और शादी के कुछ दिन बाद दुल्हन सामान लेकर गायब हो जाती थी। पुलिस अब अनुराधा से पूछताछ कर रही है और उसके अन्य साथियों की तलाश कर रही है। माना जा रहा है कि इस गिरोह का जाल कई राज्यों तक फैला हुआ है।
यह गिरफ्तारी उन सभी लोगों के लिए एक चेतावनी है जो शादी जैसे पवित्र बंधन में बिना पूरी पड़ताल किए विश्वास कर लेते हैं। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे शादी के लिए एजेंट या ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के जरिए सौदा करने से पहले पूरी जांच-पड़ताल करें, ताकि ऐसे गिरोहों के शिकार होने से बचा जा सके।