ऑपरेशन सिंदूर जारी ,भारत ने पाकिस्तान को धूल चटा दी, फिर भी गरूर नहीं उत्तर रहा!
के कुमार आहूजा कान्ता आहूजा 2025-05-20 06:15:42

ऑपरेशन सिंदूर जारी ,भारत ने पाकिस्तान को धूल चटा दी, फिर भी गरूर नहीं उत्तर रहा! लेखक, विचारक ,चिंतक, संपादक बीकानेर एक्सप्रेस, पूर्व जनसंपर्क अधिकारी
—- मनोहर चावला की कलम से
इसमें कोई संदेह नहीं कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी का देश के नाम दृढ़तापूर्वक संबोधन आतंकवाद के खिलाफ भारत की कटिबद्धता को दर्शाता है। देश का सिर गर्व से ऊंचा होता है। प्रधानमंत्री के उद्बोधन से भारत की सेनाओं का और समस्त देशवासियों का मनोबल भी बढ़ा है। देश का नैतिक बल, सैन्य शक्ति और आतंकवाद के खिलाफ भारत की नीति को प्रधानमंत्री जी ने स्पष्ट रूप से दुनिया के सामने जिस ढंग से प्रस्तुत किया है। जिससे उनका सशक्त नेतृत्व पुन: अधोरेखित होता है। प्रत्येक भारतवासी की सुरक्षा हमारा प्रथम कर्तव्य है। आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई जारी रहेगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन में ना चीन का नाम था और ना ही अमेरिका का। चीन,जो पाकिस्तान की संप्रभुता के साथ खड़ा है और अमेरिका जिसके राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप,दोनों देशों में संघर्ष विराम कराने श्रेय ले रहे हैं।ट्रंप ने मोदी के राष्ट्र के नाम संदेश के कुछ समय पहले यह कहकर हद ही कर दी कि उन्होंने दोनों देशों को समझाया कि अगर लड़ाई नहीं रोकी, तो हम दोनों से कोई व्यापार नहीं करेंगे।
हालांकि दोनों सवालों के जवाब अभी भी देश को नहीं मिले हैं। हां,भारतीय सेना के शौर्य, पराक्रम और वीरता की जो उन्होंने तारीफ की,उसका तो हर भारतीय नागरिक पहले ही कायल है। और पाकिस्तान को जो उन्होंने लताड़ा, वो भी हर देशवासी की भावना थी। आपरेशन सिंदूर के जारी रहने की बात तो कई दिन से सेना के डीजीएमओ कह ही रहे थे।हालांकि भारतीय सेना ने पाकिस्तान को धूल चटा दी फिर भी पाकिस्तान का गुरूर नहीं उतर रहा। इसलिए आपरेशन सिंदूर जारी रहेगा।
सोमवार को अपने 22 मिनट के राष्ट्र के संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिन चीज़ों की चर्चा नहीं की वो यह हैं
ट्रम्प बार बार क्यों कह रहे हैं कि America ने ceasefire करवाया, आज तो उन्होंने यहाँ तक कहा कि उन्होंने आपको व्यापार का हवाला देकर धमकाया? हालांकि अब वो अपने कथन से पल्ला झाड़ चुके है जब भारतीय सेना पाकिस्तान को नाको चने चबवा रही थी, और आप ही ने कहा कि हमारी सेना आक्रामक कार्यवाही से पाकिस्तान बौखला गया था, तब ऐसे में आपने ceasefire क्यों किया?यह सवाल आम जनता के ज़ेहन में गूँज रहा है। आपने अपने भाषण में ट्रम्प की कश्मीर पर मध्यस्थता की पेशकश पर कुछ नहीं कहा. क्या आपको अमेरिका की दखलंदाज़ी मंज़ूर है?आप अमेरिका के उस वक्तव्य पर भी खामोश रहे जिसमें भारत और पाक प्रधानमंत्रियों की किसी तीसरी जगह मुलाकात की चर्चा की गई. क्या आप पाकिस्तान के प्रधानमंत्री से मिलने वाले हैं? क्या आप पाकिस्तान से diplomatic संबंध स्थापित करने वाले हैं? कुछ सवाल जवाब की प्रतीक्षा में है। हमारी सेना ने पाकिस्तान में स्थित आतंकीं कैम्प ज़रूर तबाह किए, लेकिन वो दहशतगर्द कहाँ हैं जिन्होंने पहलगाम में निर्मम हत्या की? जब सारा देश और विपक्ष आपके साथ था तब आपने POK से पाकिस्तान को क्यों नहीं खदेड़ा? और एक अंतिम सवाल, यह रहा कि पहलगाम में इतनी बड़ी सुरक्षा और intelligence की चूक हुई कैसे?
इन सवालों का जवाब देश आपके संबोधन के बाद भी कर रहा है - फिर भी इस युद्ध में हमे शिमला समझौते से मुक्ति मिली, सिंधु जल समझौते से मुक्ति मिली, भारत की सैन्य क्षेष्ठता स्थापित हुई, तुर्की और अजरबेजान जैसे देशों से दोस्ती हुई। पाकिस्तान के परमाणु शक्ति संपन्न होने के ढोल की पोल खुल गई। काठ की हांडी अब अगली बार नहीं चढ़ेगी।मोदी जी ने स्पष्ट कर दिया कि अब अगर आंतकी हमला हुआ तो मुंह तोड़ जवाब देंगे। एटमी ब्लैकमेल अब भारत नहीं सहेगा। उन्होंने कहा कि पानी और खून एक साथ नहीं बह सकता। टेरर और टॉक, टेरर और ट्रेड एक साथ नहीं हो सकते। पाकिस्तान से बात होगी तो आतंकवाद पर ही होगी। पाकिस्तान से बात होगी तो pok पर ही होगी। उनका यह कहना सही था कि शांति का मार्ग शक्ति से होकर जाता है। कुल मिलाकर मोदी जी दुश्मनों को करारा जवाब देश हित के लिए एक ऐतिहासिक क़दमत उठाया है।हमे उन पर गर्व है और अब हमारा सौभाग्य है कि आपरेशन सिन्दूर के बाद बीकानेर — देशनोक में चूहो वाली देवी माँ करनी माता से आशीर्वाद लेने २२ मई को यहाँ आ रहे है यही से वर्चुली देश के १०३ रेल स्टेशनों का लोकापर्ण करते हुए आपरेशन सिन्दूर की सफलता पर विशाल जनसमूह को संबोधित करेगे।