रायपुर के करीब काल का कहर: ट्रेलर से टक्कर में महिलाओं और बच्चों समेत 13 जिंदगियाँ राख
के कुमार आहूजा कान्ता आहूजा 2025-05-14 08:44:12

छत्तीसगढ़ के रायपुर के पास खरोरा में बीती रात एक ऐसी हृदयविदारक घटना घट गई, जिसने पूरे प्रदेश को शोक में डुबो दिया। एक तेज रफ्तार ट्रेलर और एक माजदा वाहन की आमने-सामने की टक्कर ने 13 ग्रामीणों की जान ले ली, जिनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे। इस भीषण हादसे में कई अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। आधी रात के करीब हुई इस दुर्घटना ने खुशियों से भरे कई परिवारों को पल भर में गम के सागर में धकेल दिया। प्रशासन और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुँचकर राहत और बचाव कार्यों का नेतृत्व कर रहे हैं। आइए, इस दुखद घटना के विस्तृत पहलुओं पर एक नजर डालते हैं।
खरोरा के पास भीषण सड़क दुर्घटना
रायपुर के खरोरा क्षेत्र के नजदीक बीती रात लगभग बारह बजे एक भयानक सड़क हादसा हुआ। यह दुर्घटना तब हुई जब ग्रामीणों से भरी एक मज़्दा वाहन एक तेज गति से आ रहे ट्रेलर से टकरा गई। टक्कर इतनी जोरदार थी कि मज़्दा वाहन बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया और उसमें सवार कई लोगों को गंभीर चोटें आईं।
मृतकों में महिलाएं और बच्चे शामिल
इस दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना में मरने वालों की संख्या 13 तक पहुँच गई है। मृतकों में महिलाएं और मासूम बच्चे भी शामिल हैं, जिससे इस घटना की भयावहता और भी बढ़ जाती है। यह खबर पूरे इलाके में आग की तरह फैल गई और हर कोई इस दर्दनाक हादसे पर गहरा दुख व्यक्त कर रहा है।
घायलों का रेस्क्यू और अस्पताल में भर्ती
दुर्घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय प्रशासन और पुलिस की टीम तुरंत मौके पर पहुँची। कलेक्टर गौरव सिंह ने बताया कि सूचना मिलते ही पूरी प्रशासनिक टीम घटनास्थल पर पहुँच गई और तुरंत अस्पतालों को अलर्ट कर दिया गया। हादसे में लगभग 11-12 लोग घायल हुए हैं, जिन्हें प्राथमिक उपचार देने के बाद बेहतर इलाज के लिए मेकाहारा अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
प्रशासन की तत्परता और राहत कार्य
कलेक्टर गौरव सिंह और अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के नेतृत्व में राहत और बचाव कार्य तेजी से चलाया जा रहा है। घायलों को अस्पताल पहुँचाने और मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजने की व्यवस्था की जा रही है। प्रशासन पीड़ित परिवारों को हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।
स्थानीय लोगों में शोक और आक्रोश
इस भीषण सड़क हादसे के बाद पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ गई है। स्थानीय लोग इस अप्रत्याशित घटना से स्तब्ध और दुखी हैं। कुछ लोगों में तेज गति से चलने वाले वाहनों के कारण हो रहे ऐसे हादसों को लेकर आक्रोश भी है और वे प्रशासन से इस पर नियंत्रण लगाने की मांग कर रहे हैं।
यह दुखद घटना एक बार फिर सड़क सुरक्षा के नियमों का पालन करने और यातायात व्यवस्था को दुरुस्त करने की आवश्यकता पर जोर देती है। अनमोल जिंदगियों का इस तरह से चले जाना अत्यंत पीड़ादायक है और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कदम उठाने की जरूरत है।