नालंदा की युवा अधिकारी की भावुक विदाई! पिंकी गिरि ने छोड़ी अमिट छाप, दीक्षा मिश्रा ने संभाला जिम्मा
के कुमार आहूजा कान्ता आहूजा 2025-05-01 13:02:45

नालंदा जिला युवा केंद्र में आज बदलाव का दिन रहा। निवर्तमान जिला युवा अधिकारी पिंकी गिरि ने बुधवार को अपना पदभार नव नियुक्त युवा अधिकारी दीक्षा मिश्रा को सौंप दिया। सुश्री गिरि अब धौलपुर, राजस्थान जिले में अपनी नई जिम्मेदारी संभालेंगी। अपने पांच साल के कार्यकाल में पिंकी गिरि ने नालंदा के युवाओं के बीच अपनी शालीनता, कर्मठता और कर्तव्यनिष्ठा से एक विशेष स्थान बनाया।
पिंकी गिरि की भावभीनी विदाई
पिंकी गिरि ने नालंदा में अपने पांच वर्षों के कार्यकाल के दौरान युवाओं के साथ गहरा संबंध स्थापित किया। उनके सौम्य स्वभाव और कार्यों के प्रति समर्पण ने उन्हें युवाओं के बीच लोकप्रिय बनाया। बुधवार को नेहरू युवा केंद्र, नालंदा में एक छोटा सा विदाई समारोह आयोजित किया गया, जिसमें उनके सहयोगियों और युवाओं ने उन्हें भावभीनी विदाई दी। पिंकी गिरि ने इस अवसर पर नालंदा में बिताए अपने अनुभवों को साझा किया और यहां के लोगों के मिलनसार व्यवहार और कार्यों की सराहना की।
दीक्षा मिश्रा का स्वागत और प्राथमिकताएं
इसी समारोह में नव पदस्थापित जिला युवा अधिकारी दीक्षा मिश्रा का स्वागत किया गया। सुश्री मिश्रा ने युवाओं को संबोधित करते हुए सरकार की विभिन्न योजनाओं से जोड़ने और उन्हें खेल एवं नेतृत्व के माध्यम से सशक्त बनाने की अपनी प्राथमिकताओं पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि वह युवाओं के विकास और प्रगति के लिए हर संभव प्रयास करेंगी।
सहयोगियों द्वारा सम्मान
विदाई समारोह में लेखा सहायक राजेश कुमार सिन्हा, अधिवक्ता कुमुद रंजन सिंह, पिंटू कुमार, अखिलेश मणि, कंचन कुमारी, विकास वर्मा, धर्मेंद्र कुमार, गोपाल कुमार और धुरी कुमार सहित केंद्र के कई सदस्यों ने निवर्तमान युवा अधिकारी पिंकी गिरि को नालंदा के प्रतीक चिन्ह, फोटो, मोमेंटो, मुकुट और शॉल भेंट कर सम्मानित किया। यह सम्मान उनके द्वारा किए गए कार्यों और युवाओं के साथ उनके जुड़ाव का प्रतीक था।
बदलाव और नई उम्मीदें
नालंदा जिला युवा केंद्र में यह बदलाव एक नए अध्याय की शुरुआत है। जहां पिंकी गिरि ने अपनी कार्यशैली से युवाओं पर एक अमिट छाप छोड़ी है, वहीं दीक्षा मिश्रा नई ऊर्जा और विचारों के साथ युवाओं को आगे बढ़ाने के लिए तैयार हैं। युवाओं को उम्मीद है कि नई अधिकारी के नेतृत्व में केंद्र और भी अधिक सक्रिय होगा और उन्हें विकास के नए अवसर मिलेंगे।