जरूरतमंदों को भोजन, दीपों से रोशन परशुराम सर्किल! बीकानेर में जन्मोत्सव का भव्य समापन
2025-05-01 06:18:38

बीकानेर में भगवान परशुराम के जन्मोत्सव का तीन दिवसीय कार्यक्रम भक्ति और सेवा के भाव के साथ संपन्न हुआ। इस दौरान, राजस्थान ब्राह्मण महासभा के तत्वावधान में सेवा आश्रम में जरूरतमंदों को भोजन कराया गया, वहीं शाम को परशुराम सर्किल को दीपों से रोशन कर भगवान परशुराम की आरती की गई। समाज के प्रबुद्ध लोगों और बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने इस पावन अवसर पर अपनी श्रद्धा अर्पित की।
सेवा आश्रम में भोजन और संवाद
परशुराम जयंती जन्मोत्सव के अंतर्गत, राजस्थान ब्राह्मण महासभा ने बीकानेर के सेवा आश्रम में पुनर्वास ग्रह के बच्चों और महिलाओं को भोजन कराया। इस अवसर पर जिलाध्यक्ष सुशील पंचारिया, आनंद पारीक, किशन पांडे और समाज के अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। उन्होंने आश्रम के निवासियों से बातचीत की, उनकी समस्याओं को जाना और इस संदर्भ में विचार-विमर्श किया कि समाज किस प्रकार उनकी सहायता कर सकता है। प्रवक्ता आनंद पारीक ने इस सेवा कार्य को समाज की एकजुटता और करुणा का प्रतीक बताया।
दीपदान से जगमगाया परशुराम सर्किल
शाम के समय, परशुराम सर्किल पब्लिक पार्क में एक भव्य दीपदान कार्यक्रम आयोजित किया गया। प्रवक्ता आनंद पारीक के अनुसार, समाज के प्रबुद्ध लोगों के मार्गदर्शन में आयोजित इस कार्यक्रम के लिए परशुराम सर्किल को पहले पूरी तरह से सजाया गया था। इसके पश्चात, 1100 दीपक जलाकर भगवान परशुराम की आरती की गई। इस भक्तिमय कार्यक्रम में सुशील पंचारिया, राजीव पंचारिया, निशांत गौड़, देवेंद्र सारस्वत, आनंद पारीक, संतोष शर्मा, बनवारी शर्मा, आदर्श शर्मा, नीरज शर्मा, किशन पांडे, संतोष महाराज, वाई के शर्मा योगी, राजीव व्यास, विनोद गौड़, देवदत्त शर्मा, प्रिया शर्मा, मोनिका गौड़, देवकी पारीक, नित्यानंद पारीक, श्रीकांत व्यास, ध्रुव सेवदा, भरत गौड, भगवती प्रसाद गौड, शैलेन्द्र शर्मा, दिव्या पारीक, हितांशी पारीक, अंकित शर्मा, अरविंद गौड, मोहन आत्रेय, सुनीता गौड, शोभा सारस्वत, वैध ओमप्रकाश शर्मा, धनंजय सारस्वत, भवानी शंकर, हिमांशु गौड सहित समाज के अनेक पुरुषों, महिलाओं और बच्चों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
मंत्रोच्चारण और जयघोष
विमर्शानंद गिरी जी महाराज ने मंत्रोच्चारण करके भगवान परशुराम के कलश और फरसे के आगे दीप जलाए, जिसके बाद समाज के सभी उपस्थित लोगों ने भी दीप प्रज्वलित किए। इस दौरान, "भगवान परशुराम की जय" और "विष्णु के छठे अवतार परशुराम की जय जयकार" के नारे गूंजते रहे, जिससे वातावरण भक्तिमय हो गया।
प्रसाद वितरण और समापन
आरती संपन्न होने के बाद सभी श्रद्धालुओं को प्रसाद वितरित किया गया। इस प्रकार, तीन दिवसीय परशुराम जन्मोत्सव का समापन शांति और श्रद्धा के साथ हुआ, जिसमें समाज के सभी वर्गों की सक्रिय भागीदारी देखने को मिली।