कश्मीर में दहशत का साया! पहलगाम के बाद उमर सरकार का बड़ा फैसला, 48 टूरिस्ट स्पॉट सील
के कुमार आहूजा कान्ता आहूजा 2025-04-30 19:55:54

जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने हाल ही में पहलगाम में हुए हृदयविदारक आतंकवादी हमले के मद्देनज़र एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। सुरक्षा एजेंसियों से प्राप्त खुफिया जानकारी के आधार पर, उमर सरकार ने तत्काल प्रभाव से जम्मू-कश्मीर के 87 चिन्हित पर्यटन स्थलों में से 48 को अस्थायी रूप से पर्यटकों के आवागमन के लिए प्रतिबंधित कर दिया है। यह निर्णय घाटी में संभावित आतंकी गतिविधियों को रोकने और आगंतुकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में उठाया गया एक एहतियाती उपाय है।
सुरक्षा एजेंसियों की अनुशंसा पर पर्यटन स्थलों पर प्रतिबंध
कश्मीर घाटी में आतंकी हमलों की आशंका को देखते हुए, खुफिया एजेंसियों ने सरकार को कुछ विशिष्ट पर्यटन स्थलों पर सुरक्षा बढ़ाने की सिफारिश की थी। इस परामर्श के परिणामस्वरूप, प्रशासन ने व्यापक जनहित और सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए 87 में से 48 लोकप्रिय पर्यटन स्थलों पर पर्यटकों की आवाजाही को अस्थायी रूप से स्थगित कर दिया है। सूत्रों की मानें तो, पहलगाम की दुखद घटना के बाद घाटी में कुछ स्लीपर सेल सक्रिय हो गए हैं, जिन्हें संभावित रूप से अशांति फैलाने के निर्देश मिले हैं।
पहलगाम में बर्बर आतंकी कृत्य
स्मरण रहे कि 22 अप्रैल को पहलगाम की शांत वादियों में आतंकवादियों ने पर्यटकों को निशाना बनाते हुए अंधाधुंध गोलीबारी की थी, जिसमें 26 निर्दोष लोगों की जान चली गई थी। सेना की वेशभूषा में आए हमलावरों ने बायसरन घाटी में पर्यटकों से उनकी धार्मिक पहचान पूछी और हिंदू होने की पुष्टि होने पर उन्हें निर्ममता से मार डाला था। इस जघन्य कृत्य में अधिकांश मृतक पर्यटक थे, जिनमें दो विदेशी नागरिक और दो स्थानीय निवासी भी शामिल थे।
टीआरएफ का विरोधाभासी दावा
इस हमले की प्रारंभिक जिम्मेदारी पाकिस्तानी आतंकी संगठन लश्कर-ए-ताइबा से जुड़े समूह द रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) ने ली थी। हालांकि, अप्रत्याशित रूप से बाद में टीआरएफ ने इस हमले से किसी भी प्रकार के संबंध से इनकार करते हुए एक सफाई जारी की थी। यह हमला फरवरी 2019 में पुलवामा में हुए आत्मघाती हमले के बाद जम्मू-कश्मीर में पर्यटकों पर हुआ सबसे बड़ा आतंकवादी हमला था।
असुरक्षा के मद्देनजर बंद किए गए प्रमुख पर्यटन स्थल
वर्तमान सुरक्षा परिदृश्य को ध्यान में रखते हुए, कश्मीर के निम्नलिखित 48 प्रमुख पर्यटन स्थलों को अस्थायी रूप से पर्यटकों के लिए बंद कर दिया गया है:
बांदीपोरा जिला: 1- गुरेज वैली (केवल स्थानीय पर्यटकों के लिए खुला)
बडगाम जिला: 2-युसमर्ग, 3-तोसामैदान, 4-दूधपथरी
कुलगाम जिला: 5-अहरबाल, 6-कौसरनाग
कुपवाड़ा जिला: 7-बंगस घाटी, 8-करिवान देवर, 9-चंडीगाम
हंदवाड़ा जिला: 10-बंगस वैली
सोपोर जिला: 11-वुलर झील, 12-रामपोरा और राजपोरा, 13-चेयरहार, 14-मुंडजी-हमाम-मारकूट वाटरफॉल, 15-खम्पू, बोस्निया, विजीटॉप
अनंतनाग जिला: 16-सूर्य मंदिर, मट्टन, 17-वेरीनाग गार्डन, 18-सिंथन टॉप, 19-मार्गण टॉप, 20-अकड़ पार्क
बारामुला जिला: 21-हब्बा खातून पॉइंट (कव्नर), 22-बाबा ऋषि, 23-रिंगावली, 24-गोगलदारा, 25-बंदरकोट, 26-श्रुन्ज वाटरफॉल, 27-कमान पोस्ट, 28-नामब्लान वाटरफॉल, 29-इको पार्क, खादनियार
पुलवामा जिला: 30-संगरवानी
श्रीनगर जिला: 31-जामिया मस्जिद, नौहट्टा, 32-बादामवाड़ी, 33-राजोरी कदल (होटल काना), 34-आली कदल (जेजे फूड रेस्टोरेंट), 35-आइवरी होटल, गांडताल (थीड), 36-पद्शापल रिजॉर्ट (फकीर गुजरी), 37-चेरी ट्री रिजॉर्ट (फकीर गुजरी), 38-नॉर्थ क्लिफ कैफे (अस्तनमार्ग, पैराग्लाइडिंग पॉइंट), 39-फॉरेस्ट हिल कॉटेज, 40-इको विलेज रिजॉर्ट, 41-अस्तनमार्ग व्यू पॉइंट, 42-अस्तनमार्ग पैराग्लाइडिंग स्पॉट, 43-मामनेठ और महादेव हिल्स (फकीर गुजरी के रास्ते), 44-बौद्ध मठ, हरवान, 45-दाचीगाम (ट्राउट फार्म से आगे), 46-स्तनपाना (कयामगाह रिसॉर्ट)
गांदरबल जिला: 47- लछपात्री लेटरल, 48-हंग पार्क, 49-नरनाग (नोट: सूची में 49 स्थल हैं, जबकि रिपोर्ट में 48 बंद स्थलों का उल्लेख है।)
यह प्रतिबंध विशुद्ध रूप से सुरक्षा और प्रशासनिक व्यवस्थाओं को सुनिश्चित करने के उद्देश्य से लगाया गया है। पर्यटकों से विनम्र अनुरोध है कि वे केवल उन्हीं चिन्हित स्थानों पर भ्रमण करें जहाँ सुरक्षा के पर्याप्त प्रबंध किए गए हैं और जो वर्तमान में खुले हैं। अपनी यात्रा की योजना बनाने से पूर्व स्थानीय प्रशासन द्वारा जारी किए गए नवीनतम दिशा-निर्देशों और आवश्यक अनुमतियों की जानकारी अवश्य प्राप्त कर लें।