लो जी गुजरात में हड़कंप! 700 से ज़्यादा संदिग्ध हिरासत में, विदेशी नागरिकों पर कसा शिकंजा
के कुमार आहूजा कान्ता आहूजा 2025-04-29 16:52:57

गुजरात के वलसाड जिले में पिछले तीन दिनों से पुलिस द्वारा एक बड़ी तलाशी और पूछताछ अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत, तकनीकी और मानवीय खुफिया जानकारी के आधार पर, पुलिस उन क्षेत्रों को लक्षित कर रही है जहाँ गैर-भारतीय, विशेष रूप से बांग्लादेशी नागरिकों के रहने का संदेह है। वलसाड के पुलिस अधीक्षक (एसपी) करनराज वाघेला ने इस संबंध में विस्तृत जानकारी दी है, जिससे क्षेत्र में सनसनी फैल गई है।
संदिग्ध क्षेत्रों पर पुलिस की पैनी नज़र
वलसाड पुलिस अधीक्षक करनराज वाघेला ने बताया कि पुलिस तकनीकी और मानवीय खुफिया जानकारी के आधार पर उन विशेष क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित कर रही है जहाँ गैर-भारतीय नागरिकों, खासकर बांग्लादेशी नागरिकों की उपस्थिति की आशंका है। उन्होंने कहा कि पुलिस को इन क्षेत्रों में कुछ संदिग्ध गतिविधियों की सूचना मिली थी, जिसके बाद यह व्यापक अभियान शुरू किया गया है।
700 से अधिक लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ
एसपी वाघेला ने आगे जानकारी देते हुए बताया कि इस अभियान के दौरान पिछले तीन दिनों में विभिन्न पुलिस स्टेशनों और अपराध शाखाओं में 700 से अधिक व्यक्तियों को हिरासत में लिया गया है और उनसे गहन पूछताछ की जा रही है। हिरासत में लिए गए व्यक्तियों से उनके पहचान प्रमाण, ठिकाने और पते के प्रमाण के बारे में पूछताछ की जा रही है। इसके अतिरिक्त, उनके आधार कार्ड भी जांचे जा रहे हैं ताकि उनकी पहचान और नागरिकता की पुष्टि की जा सके।
एसपी का आधिकारिक बयान: सुरक्षा और पहचान की पुष्टि प्राथमिकता
इस पूरे अभियान पर अपनी आधिकारिक प्रतिक्रिया देते हुए, वलसाड के एसपी करनराज वाघेला ने कहा, "तकनीकी खुफिया जानकारी और मानवीय खुफिया जानकारी के आधार पर, उन क्षेत्रों को लक्षित किया जा रहा है जहाँ संदेह है, विशेष रूप से जहाँ गैर-भारतीय, विशेष रूप से बांग्लादेशी, रह रहे हैं। इस पूरे अभियान में, पिछले तीन दिनों में 700 से अधिक व्यक्तियों को विभिन्न पुलिस स्टेशनों और अपराध शाखाओं में हिरासत में लिया गया है और पूछताछ की गई है। उनके पहचान प्रमाण, ठिकाने और पते के प्रमाण की पुष्टि की जा रही है, और आधार कार्ड भी जांचे जा रहे हैं।" उनके इस बयान से पुलिस की गंभीरता और जांच की दिशा स्पष्ट होती है।
नागरिकता और निवास की पड़ताल जारी
पुलिस अधीक्षक ने स्पष्ट किया कि इस अभियान का मुख्य उद्देश्य क्षेत्र में रहने वाले सभी व्यक्तियों की पहचान और उनकी नागरिकता की पुष्टि करना है। पुलिस यह सुनिश्चित करना चाहती है कि कोई भी अवैध रूप से भारत में निवास न कर रहा हो और यदि कोई ऐसा पाया जाता है तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। आधार कार्ड और अन्य पहचान दस्तावेजों की गहन जांच इसी प्रक्रिया का हिस्सा है।