सीमावर्ती गांवों के विकास के लिए युवाओं को सुनहरा अवसर, माई भारत पोर्टल पर करें आवेदन


के कुमार आहूजा कान्ता आहूजा  2025-04-28 20:51:20



 

युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय, भारत सरकार ने गृह मंत्रालय के सहयोग से एक महत्वपूर्ण पहल की है। सीमावर्ती जिलों लेह-लद्दाख, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के चयनित 100 गांवों में 'विकसित वाइब्रेट विलेज कार्यक्रम' को बढ़ावा देने के लिए युवाओं से 'माई भारत' पोर्टल पर आवेदन आमंत्रित किए गए हैं। यह कार्यक्रम युवाओं को इन सीमावर्ती क्षेत्रों की संस्कृति और लोगों से जुड़ने का एक अनूठा अवसर प्रदान करेगा।

जिला युवा अधिकारी पिंकी गिरि द्वारा पात्रता और आवेदन प्रक्रिया की जानकारी

जिला युवा अधिकारी पिंकी गिरि ने इस कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि 'विकसित वाइब्रेट विलेज कार्यक्रम' में आवेदन करने वाले युवाओं की आयु सीमा 21 से 29 वर्ष के बीच होनी चाहिए। आवेदन करने के इच्छुक युवाओं को 'माई भारत' पोर्टल पर जाना होगा और आवेदन प्रक्रिया को पूरा करना होगा। आवेदन के लिए, युवाओं को 'विकसित वाइब्रेंट विलेज कार्यक्रम अनुभावनात्मक प्रशिक्षण कार्यक्रम में आप क्यों भाग लेना चाहते हैं?' विषय पर 500 शब्दों का एक निबंध लिखकर चिकित्सा प्रमाण पत्र के साथ 'माई भारत' पोर्टल पर अपलोड करना अनिवार्य है।

राज्य स्तरीय चयन और प्रशिक्षण कार्यक्रम

आवेदन प्रक्रिया पूरी होने के बाद, राज्य स्तरीय चयन समिति प्रत्येक राज्य से 15 युवाओं का चयन करेगी। चयनित युवाओं को 15 मई को नई दिल्ली में रिपोर्ट करना होगा, जहां उनकी मेडिकल जांच की जाएगी। इसके पश्चात, उन्हें दो दिनों का उन्मुखीकरण प्रशिक्षण प्राप्त होगा, जिसमें उन्हें कार्यक्रम के उद्देश्यों और गतिविधियों के बारे में विस्तृत जानकारी दी जाएगी।

सीमावर्ती गांवों में युवाओं की टीम और कार्यक्रम की अवधि

प्रशिक्षण के बाद, चयनित युवा 17 मई को आवंटित जिले—लेह-लद्दाख, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के विभिन्न गांवों के लिए रवाना होंगे। प्रत्येक गांव में पांच युवाओं की एक टीम गठित की जाएगी, जो 27 मई तक यानी दस दिनों तक उस गांव में रहकर वहां की स्थानीय संस्कृति, लोगों के जीवनशैली और अन्य महत्वपूर्ण पहलुओं के बारे में जानकारी प्राप्त करेगी।

नेहरू युवा केन्द्र के लेखा सहायक राजेश कुमार सिन्हा की अपील

नेहरू युवा केन्द्र के लेखा सहायक राजेश कुमार सिन्हा ने युवाओं से इस कार्यक्रम में बढ़-चढ़कर आवेदन करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम युवाओं के लिए नई जानकारी प्राप्त करने और इन खूबसूरत सीमावर्ती क्षेत्रों को करीब से जानने का एक शानदार अवसर है।

अधिवक्ता कुमुद रंजन सिंह की युवाओं से भागीदारी की अपील

नेशनल जर्नलिस्ट एसोसिएशन के महासचिव और अधिवक्ता कुमुद रंजन सिंह ने भी युवाओं से इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में सक्रिय रूप से भाग लेने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि यह पहल न केवल युवाओं के व्यक्तिगत विकास में सहायक होगी, बल्कि उन्हें देश के सीमावर्ती क्षेत्रों की चुनौतियों और अवसरों को समझने का भी मौका मिलेगा।


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