शहीदों और वीरों को समर्पित: बीकानेर में नगर थरपणा दिवस पर देशभक्तिपूर्ण कविताओं की गूंज
के कुमार आहूजा कान्ता आहूजा 2025-04-28 08:02:57

बीकानेर नगर थरपणा(स्थापना) दिवस के अवसर पर बारह गुवाड़ चौक एक ऐसे मंच में तब्दील हो गया, जहाँ वीर रस और देशभक्ति की कविताओं ने श्रोताओं के दिलों में जोश और उत्साह का संचार कर दिया। शहर के जाने-माने कवियों और कवयित्रियों ने अपनी ओजस्वी रचनाओं से माहौल को देशभक्ति के रंग में रंग दिया।
कवियों ने देशभक्तिपूर्ण रचनाओं से मोहा मन
नगर थरपणा उछब समिति की ओर से आयोजित इस कवि सम्मेलन में शहर के लगभग एक दर्जन कवियों और कवयित्रियों ने अपनी देशभक्ति से ओतप्रोत कविताएं प्रस्तुत कीं। संजय आचार्य वरुण ने अपनी प्रभावशाली कविता 'जिस दिन में हथियार उठाकर नेत्र तीसरा खोलूंगा, सारी दुनिया चुप होगी और केवल में ही बोलूंगा' सुनाकर श्रोताओं को तालियां बजाने पर मजबूर कर दिया।
कैलाश टाक और राजाराम स्वर्णकार की वीर रस से सजी कविताएं
कवि कैलाश टाक ने अपनी वीर रस से भरी रचना 'धड़कता खून रगों में बहाना चाहिए, प्रताप दिल में जिंदा रहना चाहिए' के माध्यम से श्रोताओं की खूब वाहवाही लूटी। वहीं, राजाराम स्वर्णकार ने 'भारत की शान पर, हिंदुओं की जान पर, चढ़ाई जब आतंकी करे' प्रस्तुत कर देशभक्ति की भावना को और प्रबल किया।
आनंद मस्ताना और डॉ. कृष्ण आचार्य ने जगाई देशभक्ति की भावना
आनंद मस्ताना ने अपनी कविता 'मारने का आज से प्रबंध होना चाहिए' के माध्यम से श्रोताओं में देशभक्ति का जोश भरा। डॉ. कृष्ण आचार्य ने 'जब-जब मातृभूमि पर असुरों ने डेरा डाला है प्रताप सरीखे शूरवीरों ने खंड-खंड कर डाला है' गीत प्रस्तुत कर वीर योद्धाओं को याद किया।
मनीष आर्य सोनी और मोनिका गौड़ की प्रस्तुति
मनीष आर्य सोनी ने 'राष्ट्रीय आराधना गूंजे नभ तक, जय भारत जय भारती' की शानदार प्रस्तुति दी, जिससे वातावरण राष्ट्रीयता के भाव से भर गया। इसी क्रम में, मोनिका गौड़ ने राजस्थानी भाषा में देशभक्ति और राजस्थानी संस्कृति से जुड़ी अपनी कविता प्रस्तुत की, जिसे दर्शकों ने खूब सराहा।
संचालक बाबूलाल छंगाणी का प्रभावशाली संचालन
कार्यक्रम का संचालन कर रहे बाबूलाल छंगाणी 'बाबू बमचकरी' ने अपनी प्रभावी वाणी और देशभक्तिपूर्ण पंक्तियों से समा बांधे रखा। उन्होंने 'यह भारत की मेहरबानी है, जो पीता उसका पानी है, अफसोस इस बात का है दोस्त, तेरे चेहरे पर ना पानी है' प्रस्तुत कर श्रोताओं को सोचने पर मजबूर कर दिया।
पंडितों द्वारा दीप प्रज्वलन से कार्यक्रम का शुभारंभ
इससे पहले, कार्यक्रम की शुरुआत पंडित जुगल किशोर ओझा पुजारी बाबा और पंडित भूत महाराज द्वारा दीप प्रज्वलित कर की गई, जो भारतीय संस्कृति और परंपरा का प्रतीक है।
आयोजक और सहसंयोजकों के वक्तव्य
कार्यक्रम के संयोजक जोगेंद्र शर्मा ने बताया कि स्थानीय विधायक जेठानंद व्यास की पहल पर नगर थरपणा दिवस के सभी कार्यक्रम देश के शहीदों और वीरों को समर्पित किए गए हैं। कार्यक्रम की सहसंयोजक आशा आचार्य ने सभी अतिथियों और दर्शकों का स्वागत करते हुए अपना उद्बोधन दिया।
शंखनाद और शहरी परकोटे की जानकारी
सुधा आचार्य ने शंखनाद के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ किया, जिससे पवित्र और देशभक्तिपूर्ण वातावरण निर्मित हुआ। प्रहलाद ओझा भैरू ने बीकानेर के शहरी परकोटे की विभिन्न ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विशेषताओं के बारे में विस्तार से बताया।
आभार ज्ञापन और गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति
कार्यक्रम के सहसंयोजक अनिल आचार्य ने सभी कवियों, अतिथियों और दर्शकों का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर जेपी व्यास, ईश्वर महाराज छंगाणी, हनुमान दास पुरोहित, सत्यनारायण छंगाणी, विष्णु दत्त छंगाणी, पवन ओझा, जेठमल ओझा, श्याम सुंदर जोशी, डॉ चंद्रशेखर श्रीमाली, डॉ. अमित व्यास, मुकेश ओझा सहित बड़ी संख्या में गणमान्य व्यक्ति देर रात तक उपस्थित रहे। कार्यक्रम का सफल संचालन राजा सखी ने किया।